विमान तो नहीं उड़े, ईंटें उड़ गईं:बंद पड़े पताही हवाई अड्डे पर अतिक्रमणकारियों का जमावड़ा, हाईकोर्ट ने दिया संरक्षण का निर्देश

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विमान तो नहीं उड़े, ईंटें उड़ गईं:बंद पड़े पताही हवाई अड्डे पर अतिक्रमणकारियों का जमावड़ा, हाईकोर्ट ने दिया संरक्षण का निर्देश

पताही हवाई अड्डा।
पताही हवाई अड्डा।
पताही हवाई अड्डा।

पताही हवाई अड्डे से उड़ान की उम्मीदों कोे पंख ताे नहीं लगे। लेकिन, दशकों से बंद पड़े इस हवाई अड्डे की चहारदीवारी की ईंटें तक हवा हाे गई। बाउंड्री टूटने से जमीन पर अतिक्रमण भी तेजी से हाे रहा है। इसे लेकर हाईकोर्ट ने इसके संरक्षण का निर्देश दिया है। वहीं, काेर्ट के रूख के बाद भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने कार्रवाई शुरू कर दी है। प्राधिकरण के निदेशक ने जिलाधिकारी प्रणव कुमार काे पत्र भेज जल्द कार्रवाई करने का आदेश दिया है। भेजे गए पत्र के मुताबिक, न सिर्फ एयरपोर्ट की जमीन पर कब्जा हाे रहा है, बल्कि अतिक्रमणकारी चहारदीवारी तक ताेड़ रहे हैं। कैंपस में फायर ब्रिगेड स्टेशन का कार्यालय भी है। जहां फायर ब्रिगेड की गाड़ियां भी खड़ी रहती हैं।

बताया गया कि ये गाड़ियां करजा थाने की हैं। करजा के कुछ पुलिस वाले यहीं डेरा भी डाले रहते हैं। हवाई अड्डे का टर्मिनल भवन पर भी राज्य अग्नि पुलिस जवान कब्जा है। प्राधिकरण ने इस पर भी आपत्ति जताते हुए पहल करते इसे जल्द खाली कराने के लिए कहा है। हवाई अड्डा की चहारदीवारी में अब कहीं तोड़फोड़ नहीं हाेने के साथ सभी तरह के अतिक्रमण हटा कर रिपोर्ट मांगी गई है। दरअसल, पिछले 5 वर्षों से यहां से हवाई उड़ान शुरू करने के प्रयास हाे रहे हैं। बड़े विमानों की उड़ान के लिए आवश्यक जमीन उपलब्ध नहीं हाेने पर कम सीट वाले विमान की सेवा के लिए कई बार प्रस्ताव आमंत्रित किए गए। लेकिन, अब तक मंत्रालय काे इसमें सफलता नहीं मिली।

2013 में बनी थी बाउंड्री, पिछले साल निरीक्षण में कई जगह टूटी

विमान सेवा शुरू करने की तैयारी के बीच 2013 में हवाई अड्डा की बाउंड्री कराई गई थी। लेकिन, पिछले साल जब भारतीय विमान प्राधिकरण ने निरीक्षण किया ताे कई जगहों पर बाउंड्री टूटी मिली। पता चला कि जमीन अतिक्रमित करने के नीयत से अज्ञात लाेग ईंट तक उखाड़ कर ले जा रहे हैं।

475 एकड़ जमीन नहीं हाेने से विमानन कंपनियां बाेली लगाने काे तैयार नहीं

पताही हवाई अड्डा से विमान सेवा शुरू करने के लिए 475 एकड़ जमीन चाहिए। लेकिन, हवाई पट्टी के लिए जमीन की उपलब्धता नहीं हाेने से काेई भी विमानन कंपनी बाेली लगाने काे तैयार नहीं है। पिछले दिनाें दाे कंपनियों ने छाेटे विमान के उड़ान के लिए रुचि दिखाई थी। लेकिन, इस दिशा में कार्रवाई आगे नहीं बढ़ी।

जबकि पूर्व मंत्री सुरेश कुमार शर्मा एवं सांसद अजय निषाद ने नगर विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया से मिलकर शीघ्र हवाई उड़ान शुरू कराने का आग्रह किया था। नगर विमानन मंत्री का कहना है कि बिहार सरकार से सभी प्रकार के ऋणभाराें से मुक्त 475 एकड़ जमीन की मांग की गई थी। यह उपलब्ध नहीं कराए जाने पर भारतीय विमानपतन प्राधिकरण के स्वामित्व वाले गैर परिचालन हवाई अड्डे की सूची में पताही हवाई अड्डा काे रखा गया है।

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