बिहार में पांच लाख से अधिक स्मार्ट प्रीपेड बिजली मीटर लग गए। अभी शहरी क्षेत्र में यह मीटर लगाए जा रहे हैं। अगले चरण में ग्रामीण इलाकों में भी स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। इसके लिए बिजली कंपनी की ओर से टेंडर जारी कर दिया गया है। मार्च 2025 तक बिहार के सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगा दिए जाएंगे।
लोग ऊर्जा बचाने को प्रेरित हो रहे हैं
बिहार स्टेटपावर होल्डिंग पावर कॉरपोरेशन (बीएसपीएचसीएल) के सीएमडी संजीव हंस ने कहा कि अभियान चलाकर पूरे बिहार को स्मार्ट प्रीपेड मीटर से लैस किया जाएगा। लक्ष्य हर हाल में समय से पूरा कर लिया जाएगा। बिहार देश में पहला राज्य है जो स्मार्ट मीटर तेजी से अपना रहा है। हम अन्य राज्यों के लिए उदाहरण पेश कर रहे हैं। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से पूरे भारत का ऊर्जा वितरण नेटवर्क का भविष्य तय होगा। स्मार्ट प्रीपेड मीटर से लोग ऊर्जा बचाने को प्रेरित हो रहे हैं।
तेजी से काम
● प्रीपेड मीटर लगाने का लक्ष्य हर हाल में हासिल होगा : हंस
● मार्च 2025 तक सभी घरों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लग जाएंगे
कंपनी की ओर से दी गई आधिकारिक जानकारी में कहा गया है कि राज्य में 5 लाख 1597 मीटर उपभोक्ताओं के घर में लगा दिये गये हैं। केवल पटना में ही 2 लाख 34 हजार 891 स्मार्ट मीटर लगाये जा चुके हैं। बिहार के अन्य शहरों जैसे समस्तीपुर में 60978, मोतिहारी में 48916, पूर्णिया में 36086 और मुजफ्फरपुर में 29554 स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाये गए हैं। इस साल के अंत तक पूरे बिहार में अभियान चलाकर 23.50 लाख मीटर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। हालांकि पहले इसे जुलाई में ही पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था। ऊर्जा मंत्री बिजेन्द्र प्रसाद यादव ने कहा कि बिहार में बिजली उपभोक्ता स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने में सहयोग कर रहे हैं। स्मार्ट मीटर लगने के बाद उपभोक्ता खुश भी हैं। बिहार के स्मार्ट उपभोक्ता प्रीपेड मीटर की जरूरत को समझ चुके हैं। लोग जितनी बिजली का उपभोग करेंगे उतना ही भुगतान करेंगे। लोगों के पैसे की बचत भी होगी। बिहार में सितंबर 2020 में स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम शुरू हुआ था। कोरोना महामारी के कारण इस काम में शिथिलता आई थी। लेकिन अब मीटर लगाने के काम में तेजी आ गई है। मीटर लगाने के लिए 29 जनवरी 2021 को नार्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड ने ईईएसएल के साथ करार किया था।

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