मुजफ्फरपुर एसोसिएशन आफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया के बिहार चैप्टर की ओर से आयोजित वार्षिक अधिवेशन बेपिकान 2022 के दूसरे दिन देश भर से आए विशेषज्ञ चिकित्सकों ने अपने शोध व अनुभव शेयर किए। पूर्णिया के विशेषज्ञ चिकित्सक डा. देवी राम ने चिकित्सक व मरीजों के संबंध पर चर्चा की। बताया कि आजकल दोनों के बीच संबंधों में दूरी आई है। जो ठीक नहीं। मरीज की सामाजिक, आर्थिक और मानसिक स्थिति को देखते हुए ही उसका उपचार हो। अपील की कि अनावश्यक दवाइयों में परिवर्तन न करें, ज्यादा दवाइयां न लिखें और मरीज से सहानुभूति रख उपचार करें

उल्टी, सिरदर्द, बेहोश हो जाना नमक की कमी के लक्षण

हरियाणा के गुड़गांव से आए विशेषज्ञ चिकित्सक डा. शशिधर श्रीनिवास ने शरीर में नमक की कमी को लेकर होने वाली परेशानी को बताया। कहा कि शरीर में नमक की कमी भी जानलेवा हो सकती है। नमक की कमी से कई प्रकार की बीमारी होती है। अगर नहीं सजग हुए तो जान भी जा सकती है। शरीर में नमक की कमी की पहचान उल्टी, सिरदर्द, बेहोश हो जाने से करें। किडनी टेस्ट करवा कर जान सकते हैं कि हमारे शरीर में नमक की मात्रा कितनी है। जांच के बाद उपचार शुरू कर देना चाहिए, ताकि समय रहते बीमारी पर काबू पाया जा सके।

महिलाओं व युवाओं में गठिया सबसे ज्यादा

दिल्ली एम्स के विशेषज्ञ चिकित्सक डा. उमा कुमार ने आर्थराइटिस (गठिया) पर विचार रखज्ञ। कहा कि आज के परिवेश में युवाओं और महिलाओं में यह सबसे ज्यादा पाया जा रहा है। गठिया लंबी अवधि तक है तो इससे कई प्रकार की गंभीर बीमारी हो सकती है। गठिया किडनी, मस्तिष्क, हार्ट आदि पर गंभीर प्रभाव डालता है। सही ढंग से उपचार न हो तो आपकी उम्र सीमा भी सात से 10 साल घट जाती है। ऐसे में जरूरी है कि शुरुआती दौर में ही गठिया की पहचान कर उचित समय पर उपचार करें। गठिया के शुरुआती लक्षणों में जोड़ों में सूजन, आंखों में लालिमा, कामकाज में तकलीफ, सुबह में आधे घंटे से ज्यादा शरीर में जकड़न आदि हैं। इसके अलावा भी चेहरे पर चक्कता आना, बालों का झड़ना, आंखों का सूख जाना आदि शामिल हैं। सुबह-सुबह कमर में दर्द भी इसी के लक्षण हैं।

वजन बढ़े तो समझें मधुमेह की जद में हैं

पटना के विशेषज्ञ चिकित्सक डा. शैवाल गुहा ने कहा कि हिमालय की तराई क्षेत्रों में मधुमेह एक आम बीमारी है। शुरुआती लक्षणों में शरीर में वजन का बढ़ना, मस्तिष्क का विकास रुक जाना, गर्भवती महिलाओं का गर्भपात होना आदि शामिल हैं। ऐसा लगे तो जांच कराकर इलाज कराएं।