बिजली चोरी की घटनाएं बढ़ रहीं,
कंपनी ने चोरी रोकने के लिए इंजीनियरों को किया आगाह
बिहार में बिजली चोरी की घटनाओं में कमी नहीं आ रही है। लोग चोरी करने वाले हाईटेक तरीकों का इस्तेमाल कर रहे हैं। कोई मीटर बॉडी सील को काट दे रहा है तो कोई मीटर के बॉडी में छोटा छेद कर स्विच को ही निष्क्रिय कर दे रहा है, जिससे बिजली की खपत कम हो जा रही है। इन हाईटेक तरीकों से निपटने के लिए कंपनी ने अब इंजीनियरों को पत्र भेजा है।
बिजली कंपनी की ओर से लिखे गए पत्र में कहा गया है कि बिजली चोरी की जांच में कंपनी को हुई आर्थिक क्षति का आकलन करते हुए असेसमेंट ऑर्डर सही ढंग से पास करें ताकि एसेसिंग अधिकारी द्वारा पारित आदेश में निष्पक्षता बनी रहे। जांच व जब्ती रिपोर्ट निर्धारित फॉर्मेट में ही भरा जाए जिसमें कनेक्टेड लोड का फ्लैट या फ्लोरवार विस्तृत विवरण दर्ज हो। साथ ही चोरी के तरीकों का विस्तृत विवरण भी दिया जाए।
उपभोक्ता की मौजूदगी में कराएं वीडियोग्राफी : कंपनी ने कहा है कि बिजली चोरी के मामले में जांच की कार्रवाई कंपनी के नियमों एवं प्रावधानों के अनुसार फोटोग्राफी या वीडियोग्राफी के साथ उपभोक्ता या उसके प्रतिनिधि की उपस्थिति में ही करायी जाए। इससे एफआईआर में उसे साक्ष्य के रूप में पेश किये जाने पर भविष्य में किसी प्रकार के विवाद की स्थिति नहीं होगी। कंपनी के अधीक्षण अभियंता व कार्यपालक अभियंताओं को भी कहा गया है कि वे सहायक एवं कनीय अभियंताओं के साथ स्थल पर जाकर निरीक्षण करें तथा निरीक्षण के दौरान बरती जाने वाली सावधानियों के बारे में उनको विस्तार से बताएं।
इस तरह की हो रही है चोरी : मीटर के बॉडी में पतला छेद कर उसके अंदर टॉप कवर खोलने के लिए स्थापित स्विच को गोंद से निष्क्रिय कर दिया जा रहा है। मीटर बॉडी पर स्थापित दोनों मीटर बॉडी सील को काट दिया जा रहा है। अल्ट्रासोनिक वेल्डिंग से जुड़े मीटर के ऊपरी व निचले भाग को काट कर मीटर खोल दिया जा रहा है। रिवर्स इंजीनियरिंग कर मीटर बॉडी के ऊपर एवं निचले भाग को फिक्स कर टेंपर्ड बॉडी सील कर दिया जा रहा है। सीलिंग वायर काट कर टेंपर किये गये बॉडी सील को उसी सील वायर से सील बीट में फिर घुसाकर गोंद से फिक्स कर दिया जाता है। फिर मीटर को फिक्स कर पहले जैसा लाइन चालू कर दिया जाता है। मीटर के अंदर लगे सर्किटरी इंप्लांट से रिमोट-सेंसर से इच्छानुसार मीटर को ऑन-ऑफ भी किया जा रहा है। रिमोट से ट्रांसप्लांटेड सर्किट को ऑन करने पर सर्किट के चलते मीटर में चलने वाला मीटर का डिस्प्ले बंद हो जाता है। इन प्रक्रियाओं से उपभोक्ता अपनी इच्छानुसार मीटर में बिजली खपत को रिकॉर्ड करवा रहे हैं।