शहर में सफाई व्यवस्था बेपटरी:निगम प्रशासन का दावा- आज से सुधरेगी स्थिति
वार्ड 38 के वार्ड जमादार द्वारा मारपीट और पांच ड्राइवरों का बायोमेट्रिक सिस्टम से नाम हटाने के खिलाफ चौथे दिन भी टिपर से कूड़ा नहीं उठा। शहर में सफाई व्यवस्था बेपटरी हाेने के बावजूद निगम प्रशासन ने शहरवासियों काे राहत के लिए काेई कदम नहीं उठाया। चार दिनाें से लाेगाें के घराें से कचरा नहीं उठने के कारण 40 हजार से ज्यादा परिवार परेशान हैं। उधर, इमलीचट्टी कचरा डंपिंग स्थल समेत कई अन्य स्थानों से सुबह में कचरा नहीं उठा।
निगम प्रशासन का दावा है कि मंगलवार से डाेर-टू-डाेर कचरा उठना शुरू हाे जाएगा। निगम प्रशासन ने एनजीओ पर ड्राइवर रखने का दबाव बढ़ाया है। लेकिन, एनजीओ या ड्राइवर नहीं भेज रहा है। निगम अधिकारियों के अनुसार मंगलवार से ड्राइवरों की संख्या बढ़ने की संभावना है। यूजर चार्ज देने के बावजूद डाेर टू डाेर कूड़ा कलेक्शन नहीं हाेने की वजह से शहर के लाेगाें में गुस्सा है। ऑटाे टिपर ड्राइवरों के आंदोलन के कारण घराें से कचरा नहीं उठ रहा। लाेग अपने-अपने गली-माेहल्लाें में ही कचरा डंप कर रहे हैं। महज चार-पांच ऑटाे टिपर निकल रहा है। कचरा डंपिंग यार्ड से भी कूड़ा ठीक से नहीं उठ रहा।
साेमवार की दोपहर 12 बजे के बाद शहर के सबसे बड़े कचरा डंपिंग स्थल इमलीचट्टी से कचरा उठा। ड्राइवरों का आरोप है कि मारपीट की शिकायत करने पर बायोमेट्रिक हाजिरी मशीन से पांच ड्राइवर्स के नाम हटा दिए गए। एनजीओ निगम से ज्यादा राशि लेकर उन्हें कम राशि देता है। इस पर भी काेई कार्रवाई नहीं हुई।