सरैया उपद्रविय ने पुरे अजीजपुर गाँव के एक ही समुदाए के उपासना स्थल समेत पुरे गाॅव को जलाया
नौ जनवरी को अपहृत छात्र भारतेंदु का शव अजीजपुर गांव में मिलने के बाद रविवार को मुजफ्फरपुर का सरैया धधक उठा। आक्रोशित लोगों ने अपहरण के आरोपी के घर समेत करीब 100 मकानों और अनेक वाहनों को आग के हवाले कर दिया। 15 लोगों की मौत की पुष्टी प्रशासन की ओर से की गई है। कई लोग घायल हुए हैं। कई मवेशियों के भी मरने की खबर है। स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस-प्रशासन को नाको चने चबाने पड़ रहा है। आसपास के थानों से भी सुरक्षा बलों को बुलाना पड़ा।
इंटर का छात्र भारतेंदु सरैया थाना के बहिलवारा गांव से लापता हो गया था। वह मुजफ्फरपुर स्थिति एलएस कॉलेज का छात्र था। सरैया थाने में परिजनों ने उसके अपहरण की प्राथमिकी दर्ज कराई थी। वसी अहमद के पुत्र विक्की पर दुश्मनी के कारण अपहरण कर हत्या का आरोप लगाया गया था। रविवार को ग्रामीणों ने अजीजपुर में गेहूं के खेत में दबे शव का हाथ देखा। हत्या की बात फैलते ही आक्रोश भड़क उठा। आक्रोशितों ने ट्रैक्टर, बाइक समेत कई वाहन फूंक दिए। बवाल के बाद अजीजपुर के काफी लोग घर छोड़कर कहीं चले गए। क्रुद्ध लोगों की पुलिस से भी नोक-झोंक हुई। पुलिस को भी आक्रोशितों ने खदेड़ दिया। उसके बाद पर कई थानों की पुलिस बुलाई गई। शाम को आला अधिकारियों की मौजूदगी में जमीन से शव निकाला गया। परिजनों ने उसकी पहचान भारतेंदु के रूप में की।
अनियंत्रित स्थिति की सूचना पर तिरहुत के प्रमंडलीय आयुक्त अतुल कुमार, जोनल आइजी पारस नाथ, तिरहुत रेंज के डीआइजी अजय कुमार मिश्रा, जिलाधिकारी अनुपम कुमार, एसएसपी रंजीत कुमार मिश्रा के साथ कई अधिकारी दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को समझाने की कोशिश की। क्षेत्र में पुलिस फायङ्क्षरग की भी चर्चा है। पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर वैशाली, सीतामढ़ी, समस्तीपुर व छपरा की पुलिस टीम भेजी गई है। वहीं बीएमपी 5, 10 व 16 के तीन सौ जवानों को भी मोर्चा संभालने भेजा गया है।