मुजफ्फरपुर जिले के कुढ़नी थाना क्षेत्र के चंद्रहट्टी में राइस मिल का बॉयलर फटने से संचालक समेत तीन लोग गंभीर रूप से झुलस गए थे। विस्फोट इतना तगड़ा था की दीवारें तक टूट गई थी। संचालक सकिंदर सिंह (45) व दो मजदूर मिथिलेश मांझी (35) और अमरजीत (25) को एसकेएमसीएच के बर्न वार्ड में भर्ती कराया गया था। इस मामले को स्थानीय स्तर पर काफी हद तक दबाने की कोशिश की गई। लेकिन, मामले की गंभीरता को देखते हुए श्रम विभाग और पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। जांच में पता लगा की पिछले पांच वर्ष और इससे अधिक से सकिंदर सिंह इस राइस मिल को चला रहा है। लेकिन, इसके लिए उसके पास कोई वैध कागजात नहीं है। मिल चलाने के लिए जो श्रम विभाग के मानक है। उसे भी ताक पर रखकर इसका संचालन किया का रहा था। फिलहाल वह हॉस्पिटल में भर्ती है। उसकी हालत ठीक होने पर पुलिस उससे पूछताछ करेगी।
एक पार्टनर की भी सामने आ रही बात
पुलिस की जांच में पता लगा है की सकिंदर इसमें अकेले नहीं था। उसके साथ एक उसका पार्टनर भी है। दोनों मिलकर इस राइस मिल का संचालन कर रहे थे। सबसे बड़ा सवाल है की था मिल घनी आबादी वाले क्षेत्र में है। जबकि श्रम विभाग का सख्त निर्देश है की कोई भी मिल या फैक्ट्री आबादी वाले क्षेत्र में नहीं खोले जायेंगे। बावजूद इसके दोनों पार्टनर ने मिलकर इस राइस मिल का संचालन किया।
दोनों पर हो सकती कार्रवाई
बिना वैध कागजात और मानकों को ताक पर रखकर राइस मिल का संचालन करने के मामले में सकिंदर और उसके पार्टनर पर पुलिस कारवाई कर सकती है। श्रम विभाग भी इसकी जांच कर रहा है तो संभावना है की विभागीय स्तर से भी कारवाई की जाएगी। इसके अलावा जो दो मजदूर घायल हुए हैं। उन्हे मुआवजा भी दिया जा सकता है। फिलहाल वे दोनों भी बर्न वार्ड में भर्ती हैं। स्थिति में थोड़ा सुधार हो रहा है।
फिलहाल हालत नाजुक बताई जा रही है। बर्न वार्ड में डॉक्टर की टीम इलाज में लगी हुई है। अगर स्थिति नहीं संभली तो उन्हें रेफर किया जाएगा।
यह हुई थी घटना
इसी सप्ताह गुरुवार की देर शाम राइस मिल का बॉयलर फटा था। इसमें से गर्म पानी का फवारा निकला। जिसके पड़ने से संचालक समेत तीनों गंभीर रूप से झुलस गए थे। घटना के बाद स्थानीय लोगों ने भी चुप्पी साध दी। संचालक ने भी कहा की गर्म पानी वाला ड्रम में ईट गिरा था। जिससे पानी उड़कर उन लोगों के शरीर पड़ पड़ा। लेकिन, घटनास्थल की तस्वीर काफी भयावह है। वहां पर एक ड्रम (बॉयलर) के चिथड़े उड़े हुए हैं। इसी में गर्म पानी था। जो फटने के बाद तीनों के शरीर पर पड़ा था। जिस तरह तीनों झुलसे हुए हैं। उसे देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है की विस्फोट कैसा रहा होगा। मिल के अंदर ईंटे बिखरी हुई है। कुर्सी टूटी हुई है। सामान बिखरा पड़ा है। दीवार भी क्षतिग्रस्त है। बावजूद इसके कोई भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हो रहा था।