मुजफ्फरपुर के अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना सत्येंद्र पर दो ट्रकों को गायब करने की प्राथमिकी
Muzaffarpur News रायपुर पुलिस की मानें तो सत्येंद्र व उसके गिरोह के द्वारा करीब 300 से अधिक ट्रकों को बेचा गया है। सत्येंद्र व उसके सहयोगियों द्वारा ट्रांसपोर्टरों से लीज पर ट्रक लेकर इंजन चेसिस व रजिस्ट्रेशन नंबर बदल उसे बेच दिया जाता था।
मुजफ्फरपुर। छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस की गिरफ्त में आया भगवानपुर यादव नगर के सत्येंद्र कुमार पर दो ट्रकों को गायब करने को लेकर सदर थाने में भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। अल्कापुरी निवासी इंजीनियर की पत्नी रेखा सिन्हा ने सत्येंद्र के विरुद्ध धोखाधड़ी और ठगी का आरोप लगाते हुए नामजद किया है। सदर थानाध्यक्ष सत्येंद्र मिश्रा ने बताया कि रायपुर पुलिस से संपर्क स्थापित कर जानकारी जुटाई जाएगी।
दोनों ट्रक भगवानपुर थाना क्षेत्र से गायब
पुलिस को दिए गए आवेदन में महिला ने कहा कि उनके जेठ रमेश प्रसाद सिन्हा के दो ट्रकों को सत्येंद्र कुमार ने साजिश के तहत गायब कर दिया। उनके जेठ को जुलाई में बेटा के पास कनाडा जाना था। ट्रक की देखरेख में समस्या को देखते हुए आरोपित सत्येंद्र के कहने पर उन्होंने दोनों ट्रकों की देखभाल की जिम्मेदारी दी। उससे होने वाली आय रेखा सिन्हा को देने के लिए सत्येंद्र से बात हुई थी। इसके बाद वह कनाडा बेटे के पास चले गए। इस बीच सत्येंद्र ने कुछ दिनों तक रकम समय पर उन्हें दी। इसके बाद कुछ दिन पूर्व सत्येंद्र ने महिला के जेठ को बताया कि 16 नवंबर चालक समेत दोनों ट्रक भगवानपुर थाना क्षेत्र से गायब हो गया है। इसके बाद 18 नवंबर से रमेश सत्येंद्र से संपर्क करने लगे। हालांकि उससे बात नहीं हो सकी।
25 ट्रक मालिकों को लगाया चूना
बता दें कि अभी तो पुलिस के समक्ष एक ही मामला दर्ज कराया गया है। इसके अलावा जिले के विभिन्न इलाकों से 25 ट्रक मालिकों को इसी तरह का झांसा देकर सत्येंद्र चूना लगा चुका है। गौरतलब है कि छह दिन पूर्व छत्तीसगढ़ की रायपुर पुलिस के द्वारा अंतरराज्यीय ट्रक चोर गिरोह के सरगना सत्येंद्र समेत छह शातिरों को गिरफ्तार किया गया था। रायपुर पुलिस की मानें तो सत्येंद्र व उसके गिरोह के द्वारा करीब 300 से अधिक ट्रकों को बेचा गया है। सत्येंद्र व उसके सहयोगियों द्वारा ट्रांसपोर्टरों से लीज पर ट्रक लेकर इंजन, चेसिस व रजिस्ट्रेशन नंबर बदल उसे बेच दिया जाता था। ट्रक मालिकों को चोरी की बात बताता था। रायपुर पुलिस की मानें तो फर्जी तरीके से ट्रकों के कागजात बनवाने में कई राज्यों के डीटीओ के बिचौलिए इसमें शामिल है। इसमें जिले के भी सात बिचौलिए के नंबर उसके मोबाइल में मिले हैं।