Ease of Living Index के less than million category
में Muzaffarpur को 62वाँ स्थान
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने कार्यकाल में ईज ऑफ डूइंग बिजनेस के साथ ही ईज ऑफ लिविंग को भी बेहतर करने पर जोर दिया है, ऐसे में यह सूची बेहद अहम है। सरकार शहरी विकास पर खर्च का निर्धारण भी इसी सूची को प्राथमिकता में रखते हुए करती है। ईज ऑफ लिविंग इंडेक्स पहली बार 2018 में जारी किया गया था। यह सूची सरकार, पहचान और संस्कृति, शिक्षा, स्वास्थ्य, सुरक्षा, अर्थव्यवस्था, किफायती आवास, भूमि योजना, पार्क, परिवहन, जल आपूर्ति, कचरा प्रबंधन और पर्यावरण की गुणवत्ता जैसे 15 मानकों के आधार पर तैयार की जाती है।
मंत्रालय ने ‘म्युनिसिपल परफॉर्मेंस इंडेक्स 2020’ का ड्राफ्ट भी तैयार किया है। इसमें 10 लाख से अधिक आबादी वाली नगर निकायों में इंदौर सबसे आगे हैं। इसके बाद सूरत और भोपाल का नंबर आता है। वहीं गुवाहाटी, कोटा और श्रीनगर जैसे शहर आखिरी पायदान पर हैं। 10 लाख से कम आबादी वाले नगर निकायों की सूची में नई दिल्ली नगर निकाय शीर्ष पर है। वहीं 10 लाख से कम आबादी वाले नगर निकायों में शिलॉन्ग, इम्फाल और कोहिमा आखिरी पायदान पर हैं।