इमरजेंसी सर्विसेज के लिए 112 नम्बर डायल करना होगा।
बिहार राज्य में किसी भी तरह के इमरजेंसी सर्विसेज के लिए 112 नम्बर डायल करना होगा। किसी भी तरह की समस्या जैसे पुलिस, फायर ब्रिगेड, एंबुलेंस जैसे महत्वपूर्ण सेवाएं दी अब इसी नंबर के जरिये दी जाएंगी. बुधवार को इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम ERSS योजना के तहत मुजफ्फरपुर जिला स्थित पुलिस केंद्र से 22 गाड़ियों को हरी झण्डी दिखाकर एसएसपी जयंत कांत ने रवाना किया, इस अवसर पर कई पुलिस अधिकारी मौजूद रहे. एक ही इमरजेंसी नंबर के पीछे केंद्र सरकार की 2018 में शुरू की गई इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम केंद्रीय योजना है.
इस योजना के अनुसार जनता को राज्य की सभी आपातकालीन सेवा के लिए एक ही सहायता नंबर पर सभी तरह की साहयता मिल सके. इसी योजना के तहत बिहार में इमरजेंसी रिस्पांस सिस्टम के लिए 176.22 करोड़ रुपए खर्च किया जा रहा हैं. जिसमें केंद्र सरकार 10.80 करोड़ रुपए और राज्य सरकार 165.42 करोड़ खर्च शामिल है. बिहार सरकार ने अपने गृह विभाग को इसके लिए पहला राशि भी आवंटित कर दिया है. जिसमें 48 करोड़ रुपए आवंटित है. आपको बता दें शुरुआती समय में यह योजना बिहार के प्रमुख शहर पटना के अलावा 10 प्रमुख शहरों में शुरू किया गया है. मुजफ्फरपुर के एसएसपी जयंत कांत ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि इमरजेंसी रिस्पांस सपोर्ट सिस्टम ERSS योजना के तहत 112 पर फोन करने पर किसी भी प्रकार की आपातकालीन सहायता प्राप्त की जा सकती है. यह सेवा 24 घंटे काम करेगी सभी गाड़ियां जीपीएस तकनीक से लैस है.