वेतन, पेंशन और बकाए के भुगतान के लिए रिटायर्ड शिक्षक एवं कर्मचारियाें ने बिहार विश्वविद्यालय के खिलाफ माेर्चा खाेल दिया है। मंगलवार काे रिटायर्ड शिक्षक कर्मचारी समन्वय माेर्चा ने विश्वविद्यालय में प्रदर्शन किया और कुलपति काे हटाने की मांग की। शिक्षकाें ने कहा कि विवि में सैकड़ाें फाइल लंबित हैं, लेकिन विवि प्रशासन काे इसकी चिंता नहीं है। रिटायर्ड शिक्षक, कर्मचारी पेंशन, बकाए के लिए बुजुर्ग हाेते हुए भी विवि का चक्कर काट रहे हैं। इस हालात में भी विवि अधिकारी का रवैया तानाशाही वाला है। विवि के पदाधिकारी शिक्षक से मिलते तक नहीं हैं।
अध्ययन-अध्यापन की स्थिति भी बदतर हाे गई है। माेर्चा के अध्यक्ष डाॅ. कृष्ण माेहन प्रसाद ने कहा कि भ्रष्टाचार चरम पर है। पेंशन, पारिवारिक पेंशन, पाेस्ट रिटायर्ड लाभ अादि नहीं मिला ताे आंदाेलन उग्र हाेगा। प्रदर्शन में प्राे. केके सिन्हा, प्राे. रामदिनेश शर्मा, प्राे. ताराचंद शर्मा, प्राे. केके झा, फतह बहादुर सिंह, सुमन मिश्रा, अजय गाैड़, डाॅ. एनपी चाैधरी, दिनेश कुमार आदि शामिल थे। सभी ने एक स्वर में विश्वविद्यालय की नाकामियों को लेकर आवाजा बुलंद की। कहा कि अब वह अपनी मांगों को लेकर पीछे नहीं हटेंगे। अब वह लगातार मांगों को लकर प्रदर्शन करेंगे। इस संबंध में जल्द ही अगली रणनीति तैयार होगी।
इधर, इस साल स्नातक पार्ट थर्ड की परीक्षा की संभावना कम, हाेगी ताे दिसंबर के अंत तक
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के स्नातक पार्ट थर्ड की परीक्षा इस साल हाेने की संभावना नहीं दिख रही है। स्नातक पार्ट टू का रिजल्ट नहीं आने के कारण पार्ट थर्ड 2019-22 की परीक्षा अटक गई है। छात्र पिछले काफी दिनाें से स्नातक पार्ट टू के रिजल्ट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक रिजल्ट नहीं निकल सका है। विवि प्रशासन का कहना है, जल्द ही रिजल्ट जारी किया जाएगा। हालांकि, कब इसके बारे में कुछ भी कहने की स्थिति में विवि नहीं है।
विवि परीक्षा विभाग ने सेशन समय पर करने के उद्देश्य से स्नातक पार्ट थर्ड की परीक्षा की तैयारी में जुट गया था। यह कहा गया था कि नवंबर के अंत या दिसंबर के पहले सप्ताह से परीक्षा शुरू हाे जाएगी। अब यह ठंडे बस्ते में चला गया है। ऐसे में एक बार फिर से स्टूडेंट्स की परीक्षा फंसती नजर आ रही है।