2041 की संभावित जनसंख्या की जरूरत को देखते हुए रोड, जलापूर्ति, कचरा प्रबंधन का होगा आकलन

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2041 की संभावित जनसंख्या की जरूरत को देखते हुए रोड, जलापूर्ति, कचरा प्रबंधन का होगा आकलन

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शहर के आसपास के मुशहरी, कांटी, कुढ़नी, मड़वन, मीनापुर व बाेचहां अंचल के गांव इसमें शामिल

मुजफ्फरपुर शहर समेत आधा दर्जन प्रखंडों के चिह्नित किए गए 212 गांवों में वर्ष 2041 में संभावित जनसंख्या के लिए किस तरह के इंफ्रास्ट्रक्चर की जरूरत हाेगी, इसका मास्टर प्लान तैयार करने के लिए तमाम डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट की शनिवार काे राय ली जाएगी। एक्सपर्ट के साथ यह तीसरी समीक्षा बैठक डीएम की अध्यक्षता में शनिवार काे बुलाई गई है। मास्टर प्लान बनाने पर पिछले 6 माह से काम चल रहा है। इसमें अगले 20 साल यानी 2041 के पहले ये सभी चिह्नित गांव शहर का हिस्सा हाेंगे।

वहां भी शहर की तरह लोगों की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यहां भी नक्शा पास कराकर प्लानिंग से मकान निर्माण होगा। शहर की तरह ही इन गांवों में राेड, जलापूर्ति, कचरा प्रबंधन समेत बाकी इंफ्रास्ट्रक्चर उपलब्ध कराया जाएगा। इसके लिए इन सभी गांवों का मास्टर प्लान तैयार हाेगा। आयोजना क्षेत्र में शहर के आसपास के मुशहरी, कांटी, कुढ़नी, मड़वन, मीनापुर व बाेचहां अंचल के 212 गांवों काे शामिल किया गया है। इन गांवों के विकास के लिए मास्टर प्लान बनाने को लेकर डीएम ने सभी विभागों के चार दर्जन अधिकारियों से उनके विभाग से संबंधित आंकड़े के साथ सुझाव भी मांगा है।

साथ ही स्मार्ट सिटी के सीजीएम और इसकी एजेंसी के निदेशक से भी इन गांवों के विकास के लिए सुझाव मांगे गए हैं। वहीं, आयोजना क्षेत्र के सभी गांवों का संबंधित सीओ से डिजिटल खेसरा मैप मांगा गया है। बुड़काे तथा लघु जल संसाधन विभाग के कार्यपालक अभियंता से इस क्षेत्र में हाेने वाले जलजमाव के साथ ही जल निकासी से संबंधित डाटा उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है।

6 माह में मास्टर प्लान तैयार कर विभाग काे सौंपना है
अमृत याेजना के तहत मास्टर प्लान बनाने की जवाबदेही मे. टेक मेक इंटरनेशनल और शेपिंग स्पेस कंसल्टेंसी एजेंसी काे दी गई है। जून माह से ही एजेंसी के निदेशक हरजीत सिंह, आशीष बत्रा व टाउन प्लानर अर्पणा कुमारी अलग-अलग विषय पर सर्वे करने के साथ डाटा कलेक्शन में जुटे हैं। अगले 6 माह में मास्टर प्लान तैयार कर नगर विकास एवं आवास विभाग काे सौंपना है। इसके बाद इस पर काम शुरू हाेगा।

आयोजना क्षेत्र में इस वजह से मुजफ्फरपुर काे किया शामिल
तिरहुत डिविजन का हेडक्वार्टर हाेने के साथ उच्च शैक्षणिक संस्थान, हाईवे व रेलवे लाइन के जाल के साथ मुजफ्फरपुर में एसकेएमसीएच है। कई जिले के लाेग यहां काराेबार व बच्चाें की पढ़ाई-लिखाई के लिए रहते हैं। तेजी से यहां की जनसंख्या बढ़ रही है।

इन जरूरतों का रखा जाएगा ख्याल

फिजिक्ल इंफ्रास्ट्रक्चर
सड़क, बिजली, पानी, जलजमाव की समस्या का निदान, कचरा प्रबंधन।
साेशल इंफ्रास्ट्रक्चर
हेल्थ केयर सेंटर, स्कूल, काॅलेज, पार्क, स्टेडियम, कम्युनिटी सेंटर, लाइब्रेरी व पुलिस स्टेशन।

इकाेनाेमिकल इंफ्रास्ट्रक्चर​​​​​​​
उद्याेग, बैंक, एटीएम समेत प्रमुख बाजार का डेवपलमेंट।

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