सीएचसी से दवा व बेड की पूरी जानकारी मांगी:एईएस से जंग की तैयारी में अभी से जुट गया विभाग; बेड, दवा, चिकित्सक व कर्मियो की मांगी रिपोर्ट
हर वर्ष गर्मी में बच्चाें के लिए कहर बनकर आने वाली एईएस से बच्चों के बचाने के लिए इस बार दिसंबर माह से ही स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुट गया है।
हर वर्ष गर्मी में बच्चाें के लिए कहर बनकर आने वाली एईएस से बच्चों के बचाने के लिए इस बार दिसंबर माह से ही स्वास्थ्य विभाग तैयारी में जुट गया है। इसकाे लेकर मुख्यालय ने पीएचसी व सीएचसी से दवा व बेड की पूरी जानकारी मांगी है। सदर अस्पताल से लेकर पीएचसी तक चिकित्सक, एएनएम व आशा जिन्हें ट्रेनिंग नहीं मिली है, उनकी भी सूची भेजने का निर्देश दिया गया है। बताया जाता है कि इस बार 75 चिकित्सकाें काे ट्रेनिंग देकर मास्टर ट्रेनर बनाया जाएगा।
मास्टर ट्रेनर बनने के बाद ये चिकित्सक अपने-अपने पीएचसी में फ्रंटलाइन वर्कराें काे एईएस प्राेटाेकाॅल और एसओपी के अनुसार बचाव की ट्रेनिंग देंगे। जट्रेनिंग पटना से आए विशेषज्ञ के अलावा डाॅ. गाेपाल शंकर सहनी प्राेटाेकाॅल व एसओपी की ट्रेनिंग देंगे। एक बार में 40-40 चिकित्सकाें का बैच बनाकर ट्रेनिंग दी जाएगी।
एईएस से जाे भी बच्चे बीमार हाेंगे, उनका रेफरल कार्ड बनाया जाएगा। कार्ड में रियल टाइम रिपाेर्टिंग के अलावे सभी बीमारी हाेने से लेकर रेफर हाेने, इलाज में काैन-काैन सी किस टाइम में दवा चला, कब डिस्चार्ज हुआ आदि कई बिंदुओं काे अंकित किया जाएगा। इस कार्ड का ऑनलाइन रिकाॅर्ड रखा जाएगा।