शहर के गौरव श्री शिवदास पाण्डेय जी को “चाणक्य तुम लौट आओ” उपान्यास के लिए दिल्ली में
17 मई 2017 को साहित्य श्री राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया जायेगा।
Check out her details : Shivdas Pandey
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नाम: डॉ. शिवदास पाण्डेय
जन्म: जयीछपरा, माँझी, सारण, (बिहार) के एक कुलीन निम्न मध्यवर्गीय परिवार में ।
वर्त्तमान संपर्क – सुधांजली , मिठनपुरा , मुजफ्फरपुर , बिहार
शिक्षा : एम.ए. (अंग्रेजी), एम.ए. (हिंदी), एल-एल.बी., पी-एच.डी.।
सेवा : समस्तीपुर कॉलेज , समस्तीपुर , मोरंग कॉलेज , विराटनगर , तथा नेतरहाट विद्यालय , नेतरहाट में । बिहार प्रशासनिक सेवा में संयुक्त सचिव के पद से अवकाश प्राप्त।
कृतित्व : साहित्य – सर्जन तथा सम सामसायिक संदभों पर समर्थ लेखन । पत्र – पत्रिकाओ में कविता कहानी , आलोचना तथा समसामयिक लेख सतत प्रकाशित । ‘सुबह के सितारे’ शीर्षक प्रथम काव्य रचना वर्ष 1955 में ‘ नई धरा’ नामक पत्रिका ‘ में । नदी प्यासी’ (काव्य-संकलन)1982 में , ‘सागर मथा कितनी बार’ ( प्रेमगीत संकलन) 1992 , ‘ हाँ मेरे मालिक ‘ ( राजनितिक व्यंग कविताओ का संकलन)1992 , ‘द्रोणाचार्य’ ( महाकाव्यात्मक उपन्यास) ‘अंजुरी में सप्तसागर’ (प्रेमगीत संकलन) 2005, ‘मैं हूँ नचिकेता’ ( व्यंग कविताओ का संकलन ) 1998, ‘यह कविता नहीं है’ ( राजनितिक व्यंग कविताओ का संकलन )2001, ‘हिंदी कविता में मिथक की भूमिका’ (काव्यालोचन) 1995, ‘कुरुक्षेत्र में कवि’(2011), ‘दि आर्यन क्वेश्चन (प्राचीन इतिहास), ‘विचारधारा का सच’ (2001) ‘डर से न लिखी कभी डायरी’ (गद्य गीतिलता)( 2011), ‘गौतम गाथा (महाकाव्यात्मक उपन्यास), ‘दैट ग्लोरियस ह्वायस’ (अंग्रेजी काव्य-संग्रह), ‘चाणक्य, तुम लौट आओ’ (ऐतिहासिक उपन्यास), ‘सात समुंदर पार’ (प्रेमगीत) तथा ‘हस्तिनापुर किसका’ (व्यंग्य विचार कविताएँ)। राष्ट्रीय स्तर की पत्र-पत्रिकाओं में सतत लेखन। आकाशवाणी तथा दूरदर्शन से प्रसारण।
सम्मान-पुरस्कार : ‘ साहित्य विभूषण’, ‘विशिष्ट सेवा सम्मान’, ‘महाकवि राकेश शिखर सम्मान’, ‘सोहनलाल द्विवेदी सम्मान’, ‘अखिल भारतीय अंबिका प्रसाद ‘दिव्य प्रतिष्ठा पुरस्कार’ बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन का ‘फणीश्वरनाथ रेणु सम्मान, एवं अन्य अनेक सम्मान प्राप्त।