स्नातक एडमिशन में बदलाव:अब अच्छे मार्क्स होने पर ही पसंद के विषय में कर सकेंगे ऑनर्स, आवेदन के समय चुनें तीन विषय

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स्नातक एडमिशन में बदलाव:अब अच्छे मार्क्स होने पर ही पसंद के विषय में कर सकेंगे ऑनर्स, आवेदन के समय चुनें तीन विषय

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय।
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय।

इंटर पास करने के बाद ग्रेजुएशन में एडमिशन का इंतजार कर रहे छात्र-छात्राओं काे इस बार अच्छे अंक रहने पर ही पसंद के काॅलेज व विषय मिल सकेंगे। बीआरए बिहार विश्वविद्यालय ने स्नातक एडमिशन में बड़ा बदलाव करने का फैसला लिया है। छात्र-छात्राओं काे आवेदन के समय अब काॅलेज के साथ ऑनर्स विषय के तीन विकल्पों का भी चयन करना हाेगा। मसलन, किसी छात्र काे हिस्ट्री से ऑनर्स करने की इच्छा है, लेकिन मार्क्स कम हाेने के कारण मेरिट में नहीं आ रहे ताे उसे चुने गए दूसरे या तीसरे विषय में स्नातक के लिए काॅलेज का आवंटन किया जाएगा।

पहली बार हाे रहे इस बदलाव से आवेदन करने वाले अधिकतर छात्र-छात्राएं मेरिट में आ सकेंगे और काॅलेजाें में विभिन्न विषयाें में सीटें भी खाली नहीं रहेंगी। छात्र कल्याण अध्यक्ष डाॅ. अभय कुमार सिंह ने इसे लेकर प्रस्ताव तैयार किया है। यूनिवर्सिटी मैनेजमेंट इन्फाॅर्मेशन सिस्टम (यूएमआईएस) काे इस आधार पर आवेदन का फाॅर्मेट तैयार करने के साथ ही मेरिट लिस्ट बनाने का सिस्टम डेवलप करने का निर्देश दिया है। डीन के अनुसार, आवेदन के दाैरान छात्राें काे काॅलेज व ऑनर्स के विषय दाेनाें के लिए ही 3-3 विकल्प का चयन करना हाेगा। अबतक स्टूडेंट्स काे जिस विषय में स्नातक करना हाेता था, उस एक विषय के लिए ही अप्लाई करना हाेता था। सिर्फ काॅलेज के विकल्प देने हाेते थे।

इस तरह जानिए क्याें लेना पड़ा विश्वविद्यालय काे यह फैसला

विवि में अंगीभूत, अनुदानित व संबद्ध डिग्री काॅलेज 114 हैं। इनमें विभिन्न विषयाें में स्नातक में 1.65 लाख से अधिक सीटें हैं। इन सीटाें के विरुद्ध तकरीबन डेढ़ लाख आवेदन आते हैं। इसके बावजूद हर साल 35 से 40 हजार स्टूडेंट्स स्नातक में दाखिले से वंचित हाे जाते हैं। आवेदकाें में 55-60 प्रतिशत छात्र हिस्ट्री, राजनीति विज्ञान, साइकाेलाॅजी, गृह विज्ञान, हिंदी सहित आधा दर्जन विषयाें में ऑनर्स के लिए आवेदन करते हैं। सभी विषयाें में निर्धारित सीटें हाेने की वजह आधा दर्जन विषयाें में ताे सीटें फुल हाे जाती हैं, लेकिन अन्य विषयाें में बड़े काॅलेज में सीटें खाली रह जाती हैं। तीन विषयाें के विकल्प से अब किसी न किसी काॅलेज में चयनित विषय में दाखिला हाे जाएगा।

इस बार 6 साल बाद एकेडमिक कैलेंडर

स्नातक और पीजी में एडमिशन की प्रक्रिया माह के अंत में शुरू हाेगी। इससे पहले 6 वर्षाें बाद एकेडमिक कैलेंडर जारी हाेगा। इसमें आवेदन, फर्स्ट से थर्ड मेरिट लिस्ट के डेट, दाखिले-क्लास की तिथि पहले जारी कर दी जाएगी। शेड्यूल में बदलाव नहीं हाेगा।

शैक्षणिक कैलेंडर तैयार है। सीबीएसई प्लस टू का रिजल्ट आते ही आवेदन शुरू हाे जाएगा। मई में आवेदन, जून में दाखिला और जुलाई में क्लास शुरू हाे जाएंगे। पहली बार काॅलेज के साथ विषय चयन भी आवेदन में करना हाेगा। -डाॅ. अभय कुमार सिंह, छात्र कल्याण अध्यक्ष

खास बातें

} विवि में 114 में 39 अंगीभूत, 3 सरकारी, 17 अनुदानित और शेष संबद्ध काॅलेज हैं। } इन काॅलेजाें में विभिन्न विषयाें में स्नातक में 1.65 लाख सीटें हैं। } 1.54 लाख छात्र-छात्राओ ने पिछले साल आवेदन किया था। } 8 माह चले दाखिले में कई मेरिट लिस्ट से 1.20 लाख दाखिले हुए। } 34 हजार छात्र-छात्राएं मेरिट में नहीं आने से स्नातक नहीं कर सके।

 

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