दो वर्ष से चल रहा चिट्ठी का खेल:अवैध कट बंद करने को एक और चिट्ठी, एसडीओ पूर्वी ने लिखा-इन जगहों पर हादसे की आशंका
डेथ स्पॉट बन गए हाईवे के अवैध कट बंद हो न हों, लेकिन इसे बंद करने को लेकर दो वर्ष से चल रहा चिट्ठी-चिट्ठी का खेल बदस्तूर जारी है। इस बार पत्र एसडीओ पूर्वी ज्ञान प्रकाश ने एनएचएआई काे लिखा है जिसमें मुजफ्फरपुर-बराैनी हाईवे पर अवैध कट बंद करने काे लेकर एनएचएआई काे दुकानदाराें, हाेटल व रेस्टोरेंट मालिकाें काे नाेटिस भेजने का निर्देश दिया है। साथ ही एसडीओ ने नोटिस की काॅपी भी एनएचएआई से प्रशासनिक कार्रवाई व सहयाेग के लिए मांगी है।
एनएचएआई के महाप्रबंधक सह परियाेजना निदेशक काे लिखे पत्र में कहा गया है कि मुजफ्फरपुर-बराैनी हाईवे के सर्विस लेन तथा डिवाइडर पर अवैध कट बनाए जाने के कारण दुर्घटना हाेने की स्थिति में विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न हाेने की आशंका है। इसकाे लेकर सभी अवैध कट काे बंद किए जाने काे लेकर पहले भी पत्र लिखा गया था। लेकिन, अवैध कट बंद नहीं कराया गया। वैसे दुकानदाराें, रेस्त्रां मालिकाें, हाेटल संचालकाें एवं अन्य व्यक्तियों की सूची उन्हें उपलब्ध कराई जाए, जिन्होंने एनएच पर अवैध कट बना कर ढाबा, हाेटल, रेस्टोरेंट एवं दुकान खाेल कर अतिक्रमण कर लिया है। साथ ही अवैध कट काे बंद कराते हुए ऐसे रेस्टोरेंट मालिकाें, हाेटल संचालकाें व दुकानदाराें काे अपने स्तर से नाेटिस देें।
बड़ा सवाल : चिट्ठी-चिट्ठी का यह खेल कब तक चलेगा….
बता दें कि एनएचएआई ने बैरिया से कच्ची-पक्की चौक तक 8 अवैध कट चिह्नित किया है। इन जगहों व उसके आसपास हुए हादसे में पिछले सात माह के दौरान 15 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। इसे बंद करने को लेकर होटल, पेट्रोल पंप व आसपास के प्रतिष्ठान मालिकों को नोटिस भी दिए गए। इसके बाद भी अवैध कट को बंद नहीं कराया जा सका है। इसे बंद करने के बजाय एनएचएआई के अधिकारी दो साल से सिर्फ जिला प्रशासन को चिट्टी लिख कर अपने दायित्वों की खानापूर्ति कर रहे हैं। हालांकि, एनएचएआई के पत्र के बाद कई बार एनएच से अतिक्रमण से हटाया गया। लेकिन, अवैध कट को कभी बंद नहीं कराया गया।