कचरा निष्पादन को लेकर बिहार में आधुनिक प्रोसेसिंग यूनिट लगायी जायेगी। पूरे बिहार को 8 से 10 क्लस्टर सेंटर में बात कर की प्रोसेसिंग यूनिट लगेगी। कचरा प्रोसेसिंग यूनिट लगाने के लिए राशि की मंजूरी बिहार कैबिनेट से लेनी है। उच्चस्तरीय सूत्रों के मुताबिक, नगर विकास एवं आवास विभाग की टीम ने इंदौर, भुबनेश्वर व मैसूर में चल रहे कचरा निष्पादन की व्यवस्था का अध्यन किया है। ये तीनो शहर स्वछता सर्वेक्षण में देश में अव्वल है। बिहार में अभी नगर विकास एवं आवास विभाग के पास अपनी कोई कचरा प्रोसेसिंग यूनिट नहीं है। आउटसोर्स से कुछ स्थानों पर कचरा निष्पादन को लेकर छोटे स्तर की मशीन लगी हुई है। की कचरा प्रोसेसिंग यूनिट बैठाने की तैयारी , ताकि कचरे को लेकर जो समस्या है, उसे दूर किया जा सके। यूनिट लागत ज्यादा स्थिति में तीन-चार ज़िलों पर एक क्लस्टर बनेगा। करीब 30 से 32 करोड़ रूपए की लागत एक क्लस्टर सेंटर पर आएगी। सूबे में बनने वाले 8-10 क्लस्टर में मुजफ्फरपुर भी शामिल है। मुजफ्फरपुर में कचरे की समस्या से लोगों में आक्रोश की स्थिति है। रौतानिया में डंपिंग यार्ड में केमिकल छिड़काव नियमित नहीं होने से लोगों को गंदगी व बदबू से बहुत परेशानी हो रही है। नगर आयुक्त विवेक रंजन ने आश्वाशन दिया है की कचरा निष्पादन को लेकर नगर निगम गंभीर है, और जिस तरह की समस्या का उल्लेख समिति ने अपने पत्र में किया है, वैसी समस्या वह नहीं है। रौतानिया में आज सर्वदलीय बैठक बुलाई है। वर्तमान में सहर में कचरा निष्पादन की व्यवस्था बहुत अच्छी नहीं है। फिलहाल नगर भवन के निकट कचरे से खाद बनाने का पीट है। यहाँ पर 3 महीने में कचरे से खाद बनाने की यहाँ प्रोसेसिंग चलती है। चंदवारा में भी एक यूनिट चलती है। रौतनिया में हाल में पिट बनाया गया है। पक्कीसराय में कचरा ट्रांसपोर्टिंग यूनिट बैठाने का प्रोपजल। इस पर अभी सहमति नहीं बन सकी है।