वोगस वोटिंग को खत्म करने के लिए चुनाव आयोग ने बनवाया नया सॉफ्टवेयर, निकाय चुनाव में किया जाएगा इस्तेमाल !
वोगस वोटिंग को खत्म करने के लिए राज्य चुनाव आयोग ने एक नया सॉफ्टवेयर बनवाया है. इस सॉफ्टवेयर के जरिये बूथ पर फोटो से वोटरों की पहचान की जाएगी. इसका प्रयोग चुनाव आयोग मुजफ्फरपुर जिले के हलीमपुर पंचायत चुनाव में करेगी.
मुजफ्फरपुर: वोगस वोटिंग को खत्म करने के लिए बूथ पर वोटरों का सत्यापन फोटो से भी किया जायेगा. यदि वोट देने गये व्यक्ति की तस्वीर मतदाता सूची की तस्वीर से नहीं मिली, तो उसे वोट देने से रोक दिया जायेगा. इसके लिए चुनाव आयोग ने नया सॉफ्टवेयर तैयार कराया है, जिसका ट्रायल अगले हफ्ते होने वाले साहेबगंज प्रखंड के हलीमपुर पंचायत चुनाव में किया जायेगा.
जिला प्रशासन ने शुरू की तैयारियां
राज्य निर्वाचन आयोग के निर्देश पर जिला प्रशासन ने तैयारी शुरू कर दी है. हलीमपुर पंचायत चुनाव में मतदाताओं का सत्यापन आधार कार्ड व वोटर आइडी के अलावा उनकी फोटो से भी किया जायेगा. हलीमपुर में यदि यह प्रयोग सफल रहता है, तो इसी विधि से नगर निकाय चुनाव में भी मतदाताओं का सत्यापन किया जायेगा.
बोगस वोटिंग की संभावना होगी समाप्त
इस मामले को लेकर राज्य चुनाव आयोग का कहना है कि फोटो से सत्यापन के बाद बोगस वोटिंग की संभावना ही खत्म हो जायेगी. नये सॉफ्टवेयर के सहयोग से मतदाता सूची में दर्ज फोटो व वोट डालने वाले मतदाता की तस्वीर का मिलान अपने आप हो जायेगा. यदि वोट डालने आये व्यक्ति का फोटो मतदाता सूची में दर्ज फोटो से मेल नहीं खाता है, तो उस वोटर को संदिग्ध माना जायेगा.
इसके लिए चुनाव के दिन सभी बूथ पर कैमरा मैन व इंटरनेट सुविधा सहित टैब आदि की व्यवस्था की जा रही है. राज्य निर्वाचन आयोग के विशेष कार्य पदाधिकारी संजय कुमार ने इसके लिए जिला निर्वाचन पदाधिकारी (पंचायत) सह डीएम को निर्देश दिया है.