मुजफ्फरपुर पुलिस के लिए यह पहला मौका है, जब पुलिस की वर्दी में ही सीसीटीवी कैमरा मौजूद रहेगा. इसकी मदद से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वाले, जुर्माना से नहीं बच पाएगे. बॉडी पर कैमरा होने से डयूटी पर तैनात जवान द्वारा चालान काटने के दौरान होने वाले ‘लेन-देन’ पर ब्रेक लगेगा. जिले को चार बॉडी वॉर्न कैमरे व चार स्पीड रडार गन दिया गया है. कैमरे के जरिए वाहन चालकों पर नजर रखी जाने लगी है.
फिलहाल कैमरे में 64 जीबी स्टोरेज दिया गया है. बाद मे इसे कंट्रोल रूम अर्थात इंटीग्रेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइसीसीसी) से जोड दिया जायेगा. तब, कार्यालय मे बैठे अधिकारी सभी चौक-चौराहो और वहां तैनात जवानों पर नजर रख सकेंगे. कैमरा लगाने का मकसद अनुशासन के साथ भ्रष्टाचार से मुक्त पुलिस बनाना है.