सरकारी अस्पताल का हाल:ये दवा तो मर्ज और बढ़ाएगी : सदर अस्पताल-पीएचसी में दर्द और ब्लड प्रेशर की फंगस लगी दवा खा रहे मरीज
सदर अस्पताल में मिल रही सुविधाओं के बारे में मरीज से जानकारी लेते स्वास्थ्य सचिव।
सदर अस्पताल समेत पीएचसी में ब्लड प्रेशर और दर्द से पीड़ित मरीज फंगस लगी दवा खा रहे हैं। इससे अंजान ये मरीज दाेनाें दवाओं के इफेक्ट से दूसरी बीमारी से ग्रस्त हाे सकते हैं। स्वास्थ्य विभाग के सचिव के. सेंथिल कुमार की समीक्षा के दाैरान मामला सामने आने पर इसके वितरण पर राेक लगा दी गई है। सचिव ने इन दाेनाें दवाओं का सैंपल भी अपने साथ पटना ले गए हैं। उन्हाेंने इसकी जांच कराने की बात कही। बताया जाता है, सर्किंट हाउस में समीक्षा में सामने आया कि बीएमआईसीएल की ओर से जिला सेंट्रल गाेदाम काे बच्चाें के दर्द की दवा आई ब्रूफेन और ब्लड प्रेशर की टेबलेट की आपूर्ति की गई है, उसमें फफूंद लगी है।
सेंट्रल गाेदाम प्रभारी ने सचिव काे इससे अवगत कराया। इसके बाद सचिव ने इन दाेनाें दवाओॆ का सैंपल लिया, उसे अपने साथ पटना ले गए। वहीं, तत्काल प्रभाव से इन दाेनाें दवाओं के वितरण पर राेक लगा दी। सचिव ने दाेनाें दवाओं के वितरण पर राेक लगाने के निर्देश के बाद सेंट्रल गाेदाम के प्रभारी ने सदर अस्पताल के उपाधीक्षक और सभी पीएचसी प्रभारियाें काे इन दाेनाें दवाओं काे मरीजाें काे नहीं देने के लिए पत्र लिखा। उन्हाेंने कहा, इन दाेनाें दवाओं काे तत्काल सेंट्रल गाेदाम काे वापस किया जाए।
स्वास्थ्य विभाग के सचिव ने जिले में मरीजाें काे मिल रही सुविधाओं की समीक्षा की
मुजफ्फरपुर| सदर अस्पताल में जिलेभर से आने वाले मरीजाें काे अब एक ही छत के नीचे स्वास्थ्य की सारी सुविधाएं उपलब्ध हाेंगी। गुणवत्तापूर्ण इलाज, जांच, पैथाेलाॅजिकल जांच, एक्सरे, अल्ट्रासाउंड समेत सभी प्रकार की सुविधाएं कुछ दिनाें में एक ही भवन में उपलब्ध हाेंगी। इनकी हकीकत जानने के लिए बुधवार काे स्वास्थ्य विभाग के सचिव के. सेंथिल कुमार सदर अस्पताल व एसकेएमसीएच का निरीक्षण किया।
इससे पहले वे सर्किट हाउस में सरकारी याेजनाओं के साथ मरीजाें काे मिलने वाली सुविधाओ की समीक्षा की। इसमें कुढ़नी में ओपीडी काफी कम मिलने पर प्रभारी से शाे काॅज व साहेबगंज में पैथाेलाॅजिकल टेस्ट दाे माह से शून्य हाेने पर नाराजगी जताते हुए दाे दिनाें में जवाब देने काे कहा। सचिव ने सिविल सर्जन काे कम परफारमेंस वाले पीएचसी प्रभारियाें पर कार्रवाई करने काे कहा।
मिशन-60 के तहत चिकित्सकाें के खाली पद भरने की प्रक्रिया शुरू
सचिव ने कहा, मिशन-60 के तहत राज्य भर के जिला अस्पतालाें काे उन्नयन किया जा रहा है। इसके तहत डाॅक्टर व विशेषज्ञ डाॅक्टराें के रिक्त पद भरने की कार्रवाई शुरू की गई है। चिकित्सकाें के अनुपस्थित रहने के सवाल पर सचिव ने कहा, सीएस काे माॅनिटरिंग की जिम्मेदारी दी गई है। सदर अस्पताल के सड़क काे पीसीसी बनाने और ड्रेनेज सिस्टम के लिए डीएम से बात कर आरसीडी काे प्रस्ताव भेजने का निर्देश दिया।
माैके सिविल सर्जन डाॅ. यूसी शर्मा, एसीएमओ डाॅ. एसपी सिंह, डीपीएम वीपी वर्मा, डीआईओ एके पांडेय, डाॅ. सतीश कुमार, एनसीडीओ डाॅ. नवीन कुमार, उपाधीक्षक डाॅ. एनके चाैधरी, डाॅ. एसके पांडेय, केयर इंडिया के जिला समन्वयक साैरव तिवारी थे।
निर्देश : जिले में दिसंबर तक 286 आशा की करें बहाली
जिले में आशा की 286 सीट रिक्त हाेने पर सचिव ने दिसंबर तक इन रिक्त आशा की सीटाें पर बहाल करने का निर्देश दिया। संस्थागत से अधिक घराें में प्रसव हाेने संबंधी सवाल के जवाब में सचिव ने कहा, जागरूकता की कमी से हाेम डिलेवरी कुछ पीएचसी में हाे रही हैं। यह गंभीर बात है। इसे राेकने के लिए गर्भवतियाें की ट्रैकिंग की जाएगी।
पूछताछ : एमसीएच में प्रसूता से सुविधाओं का हाल जाना
सचिव ने एमसीएच में भर्ती प्रसूताओं से मिलकर अस्पताल की ओर से मिल रही इलाज की सुविधाओॆ की जानकारी ली। इनडाेर में मरीज कम आने पर नाराजगी जताते हुए संख्या बढ़ाने का निर्देश दिया। सदर अस्पताल स्थित दीदी की रसाेई में नाश्ता का टेस्ट लिया। उधर, एसकेएमसीएच में अधीक्षक डाॅ. बीएस झा के साथ मरीजाें काे मिलने वाली सुविधाओं की जानकारी ली।