अफसरों को साढ़े चार घंटे तक बनाया बंधक:छह महीने पहले एक्सपायर व सड़ चुके गेहूं के बीज बांटने पर भड़के किसान कृषि कार्यालय पर जड़ा ताला

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अफसरों को साढ़े चार घंटे तक बनाया बंधक:छह महीने पहले एक्सपायर व सड़ चुके गेहूं के बीज बांटने पर भड़के किसान कृषि कार्यालय पर जड़ा ताला

 

कृषि कार्यालय में अधिकारी व कर्मियों को बंधक बना किसानों ने मुख्य द्वार पर जड़ दिया ताला। - Dainik Bhaskar

बोचहां में गेहूं के एक्सपायर बीज वितरण करने से मंगलवार को किसान भड़क गए। किसानों ने कृषि कार्यालय पर ताला जड़ दिया। आक्रोशित किसानों ने दोपहर 12 बजे से साढ़े चार बजे तक साढ़े चार घंटे बीएओ, कृषि समन्यवक व सलाहकार को बंधक बनाए रखा। इसके बाद गेट के बाहर धरने पर बैठ गए। किसान ग्रेन एजेंसी पर प्राथमिकी दर्ज करने की मांग पर अड़े हुए थे। क्योंकि, खरीफ फसल के समय भी इसी एजेंसी के माध्यम से धान बीज वितरण किया गया था। लेकिन, 40 फीसदी भी अंकुरण नहीं हुआ। जिन खेतों में अंकुरण भी हुआ तो धान की बाली में दाने नहीं निकले।

किसानों ने प्रखंड से जिला स्तर तक शिकायत दर्ज कराई, लेकिन परिणाम शून्य निकला था। रबी फसल के खराब होने के डर से किसानों का सब्र टूट गया। बुआई के समय किसानों ने बोरा खोला तो बड़े-बड़े ढेले के आकार के बीज निकले। सहायक निदेशक अभियंता शशि शेखर ने किसानों को एक घंटे तक समझाने का प्रयास किया, लेकिन कोई मानने के लिए तैयार नहीं हुआ। फिर डीएओ से प्रखंड प्रमुख की मोबाइल से बात हुई। पांच दिनों के अंदर ग्रेन एजेंसी पर कार्रवाई का आश्वासन मिला, तब किसानों ने अधिकारी व कर्मियों को मुक्त किया। सहायक निदेशक अभियंता ने बताया कि ग्रेन एजेंसी से स्पष्टीकरण पूछा गया है। इसकी जांच चल रही है।

बहुत किसान खेत में एक्सपायर बीज की बुआई भी कर चुके
नरमा पंचायत के किसान अनिल झा ने ग्रेन एजेंसी के खिलाफ थाने में प्राथमिकी दर्ज करने के लिए आवेदन दिया है। अनिल झा ने बताया कि किसानों के साथ धोखाधड़ी करने के मामले में जय मां अम्बे ग्रेन एजेंसी को आरोपित किया गया है। अनिल झा ने अावेदन में बताया कि मेरे पिता के नाम से दाे बाेरा (80 किलाे) गेहूं का अनुदानित बीज आवंटित हुआ। उसे लेकर 19 नवंबर काे घर अाया। जब मैंने बाेरी खाेली तब सड़ा हुआ बीज निकला। मैंने बाेरी के टैग काे देखा ताे बीज की एक्सपायर तिथि 26 मई 2022 थी। यानी छह महीने पहले ही एक्सपायर हाे चुका था।

मुझे और सैकड़ाें किसानाें के बीच यह बीज बांटा गया था। बहुत से किसान खेत में बुआई भी कर चुके हैं। यह बीज अब तक अंकुरित नहीं हाे पाया है। इस बात की शिकायत मैंने तथा दर्जनाें किसानाें ने कृषि अधिकारी से की है। इसी तरह कई किसानों को मिले बीज की बोरी पर एक्सपायर डेट 25 मई 2022 थी। प्रखंड प्रमुख साजन कुमार ने बताया कि ग्रेन एजेंसी के बीज से खरीफ फसल को भारी नुकसान हुआ। बीज अंकुरित नहीं हुआ। अब फिर एक्सपायरी डेट वाला गेहूं बीज का वितरण कराया गया है। लेकिन, यहां अधिकारी कार्रवाई करने के बजाए एजेंसी का साथ दे रहे हैं।

सकरा, मड़वन, बाेचहां व मीनापुर के किसानाें ने एक्सपायर बीज मिलने की शिकायत की है। शिकायत के आधार पर इन प्रखंडाें में बीज वितरण पर राेक लगाते हुए बीज के सैंपल जांच के लिए भेजे गए हैं। मामले की रिपाेर्ट विभाग काे भेज दी गई है। टीडीसी से स्पष्टीकरण मांगा गया है। अब विभागीय निर्देश के अनुसार संबंधित एजेंसी पर कार्रवाई की जाएगी। 

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