Muzaffarpur: ऑपरेशन कांड में अब तक नहीं लिखी गई रिपोर्ट, चिकित्सा विभाग व पुलिस के बीच पिंकी बनी फुटबाल
No FIR in Muzaffarpur Pinky Case पिंकी के गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान मूत्रनली काटने के मामले में अब भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाई है। कार्रवाई करने की जगह पुलिस और स्वास्थ्य विभाग रिपोर्ट-रिपोर्ट खेल रहे हैं और इस प्रक्रिया में पिंकी की स्थिति फुटबाल जैसी हो गई है।
संवाद सहयोगी, सकरा (मुजफ्फरपुर): बरियारपुर थाना अंतर्गत बहादुरपुर ग्राम की पिंकी देवी के गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान मूत्रनली काटने के मामले में शनिवार को भी प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पाई। बताया जा रहा है कि अब यह मामला पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के बीच में फंस गया है। ठोस कार्रवाई करने की जगह दोनों विभाग के पदाधिकारी अब रिपोर्ट-रिपोर्ट खेल रहे हैं और इस प्रक्रिया में पिंकी की स्थिति फुटबाल जैसी हो गई है। प्राथमिकी लिखने की जगह पुलिस और स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी पीड़िता की मां के द्वारा दिए गए आवेदन को इधर से उधर भेज रहे हैं।
पिंकी की मां देवंती देवी के आवेदन पर रेफरल अस्पताल के चिकित्सा पदाधिकारी ने थानाध्यक्ष को प्रतिवेदन भेजा है। इसमें कहा गया है कि ऑपरेशन करने वाले नर्सिंग होम के संचालक फरार हैं। इसके अलावा पिंकी की कराई गई जांच रिपोर्ट को भी प्रतिवेदन में शामिल किया गया है और इसके ही आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने का आग्रह किया गया है। हालांकि, चिकित्सा विभाग की ओर से कोई जांच रिपोर्ट नहीं दी गई है। बताया जा रहा है कि इससे मामला फिर फंस सकता है।
विदित हो कि देवंती देवी ने कहा था कि पिंकी का ऑपरेशन श्रीधि सेवा सदन बरियारपुर में किया गया था। झोलाछाप राकेश कुमार ने गर्भाशय के ऑपरेशन के दौरान उसकी मूत्रनली काट दी थी। इससे उसकी किडनी भी प्रभावित हो गई है। फिलहाल पिंकी अभी जिंदगी व मौत से जूझ रही है। पहले उसके इलाज के पैसे की व्यवस्था भी नहीं हो पा रही थी। लेकिन आयुष्मान कार्ड बनने से अब वह बड़े अस्पताल में इलाज करा सकती है।
उधर, चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. मोहम्मद मसीहुद्दीन ने कहा कि झोलाछाप राकेश कुमार के विरुद्ध थाने में प्राथमिकी कराई जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही सकरा व मुरौल में चल रहे फर्जी नर्सिंग होम के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।