मुजफ्फरपुर के चर्चित किडनी कांड के मुख्य आरोपी को पुलिस ने किया गिरफ्तार, कई चौंकाने वाले तथ्य आए सामने
किडनी कांड के मुख्य आरोपी पवन को सकरा पुलिस ने बरियारपुर ओपी प्रभारी के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस पलन को पूछताछ के लिए मुजफ्फरपुर लेकर आयी. जहां आरोपी से DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने उससे पूछताछ की.
Bihar news: बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में बीते दिनों एक निजी नर्सिंग होम में एक महिला मरीज की दोनों किडनियों को चिकित्सकों ने निकाल लिया था. कांड के सामने आने के बाद नर्सिंग होम का संचालक पवन फरार हो गया था. जिसको पुलिस ने आज सकरा पुलिस ने बरियारपुर से गिरफ्तार कर लिया है. पवन कांड के सामने आने के बाद बीते कई महीनों से फरार चल रहा था और दिल्ली में अपने एक दोस्त के घर में छिपा हुआ था.
दिल्ली में जाकर छिपा हुआ था आरोपी
किडनी कांड के मुख्य आरोपी पवन को सकरा पुलिस ने बरियारपुर ओपी प्रभारी के साथ मिलकर संयुक्त कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया है. गिरफ्तारी के बाद पुलिस पलन को पूछताछ के लिए मुजफ्फरपुर लेकर आयी. जहां आरोपी से DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने उससे पूछताछ की. पूछताछ के दौरान आरोपी पवन ने कई चौकाने वाले खुलासे किये हैं. पवन ने पुलिस को बताया कि घटना के सामने आने के बाद वह मुजफ्फरपुर में ही इधर-उधर छिपता रहा. मामला बढ़ने के बाद वह अपने दोस्त के घर दिल्ली चला गया था.
भूटान भागने के फिराक में था पवन
पुलिस ने जब कांड के बारे में आरोपी पवन से सख्ती से पूछताछ की तो पवन ने बताया कि वह दिल्ली से भूटान भागने की फिराक में था. सब प्लानिंग हो चुकी थी. लेकिन इसी बीच उसने आखिरी और अंतिम बार अपने परिवार के लोगों से मिलने की सोची. जिसके बाद वह दिल्ली से अपने घर लौट आया. तभी पुलिस को मामले की भनक लग गयी.
मानव अंग तस्करी की बात सामने नहीं आयी पुलिस
वहीं, पवन से पूछताछ करने के बाद DSP पूर्वी मनोज पांडेय ने बताया की पुलिस ने सभी आरोपियों के विषय में जांच की. मानव अंग तस्करी का मामला प्रतित नहीं होता है.ये अस्पताल संचालकों और डॉक्टरों की घोर लापरवाही का नतीजा है. फिलाहल गिऱफ्तार आरोपी को रिमांड पर लेकर और पूछताछ किया जाएगा. पुलिस ने बताया कि ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर की गिरफ्तारी के बाद मामले का खुलासा पुरी तरह से हो जाएगा.
क्या है मामला ?
दरअसल, बीते दो माह पूर्व मुजफ्फरपुर के बरियारपुर ओपी क्षेत्र में एक फर्जी डॉक्टर ने गर्भाशय के ऑपरेशन के बहाने सुनीता नाम कि एक महिला के दोनों किडनी को निकाल लिया था. मामला प्रकाश में आने के बाद खूब हो-हंगामा मचा था.किडनी कांड घटना के लगभग दो माह पूरे हो चुके हैं. पीड़ित महिला सुनीता आज अस्पताल में जिंदगी और मौत के चौराहे पर खड़ी है. सुनीता को पहले सरकारी खर्चे पर IGIMS भेजा गया था, लेकिन अब उसे फिर से मुजफ्फरपुर के SKMCH में भर्ती कराया गया है. जहां हर तीन दिन में सुनीता का डायलिसिस किया जा रहा है.