शिक्षा क्षेत्र में दो अहम बदलाव:संस्थान अपने रूटीन से नहीं करा पाएंगे इंटर-मैट्रिक में सेंटअप टेस्ट; वीं रजिस्ट्रेशन का नियम बदला
स्कूल-कॉलेज अब अपने बनाए रूटीन से इंटर और मैट्रिक के लिए सेंटअप टेस्ट नहीं करा पाएंगे।
स्कूल-कॉलेज अब अपने बनाए रूटीन से इंटर और मैट्रिक के लिए सेंटअप टेस्ट नहीं करा पाएंगे। वर्ष 2024 में होने वाली इंटर और मैट्रिक की वार्षिक परीक्षा से पहले होने वाले सेंटअप टेस्ट के लिए बोर्ड की ओर से यह निर्देश जारी किया गया है। कहा गया है कि वर्ष 2024 में इंटर और मैट्रिक की परीक्षा देने वाले स्टूडेंट्स के लिए बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से परीक्षा कार्यक्रम जारी किया जाएगा।
बोर्ड ने इसकी जानकारी सभी जिलों के डीईओ को दी है। कहा गया है कि जानकारी सभी संस्थानों को दिया जाए कि समिति की ओर से निर्धारित तिथि और कार्यक्रम से ही सेंटअप टेस्ट कराए जाएंगे। किसी भी सूरत में परीक्षा कार्यक्रम और तिथि का निर्धारण स्कूल या कॉलेज के स्तर से नहीं होगा। इसके लिए माध्यमिक शिक्षा निदेशक की ओर से कार्यक्रम जारी किए जाने का प्रावधान है।
स्कूलों ने अपने स्तर से करा लिए सेंटअप टेस्ट
अगले वर्ष होने वाली मैट्रिक और इंटर परीक्षा के लिए कई शैक्षणिक संस्थानों ने अपने स्तर से और खुद के निर्धारित रूटीन से सेंट टेस्ट करा लिए। इसकी शिकायत बिहार विद्यालय परीक्षा समिति को मिली है। इसी आधार पर बोर्ड ने यह निर्देश जारी किया है। बोर्ड का मानना है कि सेंटअप परीक्षा का आयोजन परीक्षार्थियों को बोर्ड परीक्षा की तैयारी और इसके फॉर्मेट से परिचित कराने के लिए किया जाता है। इस आधार पर स्टूडेंट्स को यह जानकारी मिलती है कि प्रश्नों का स्तर कैसा होगा। वार्षिक परीक्षा में दिए जाने वाले अतिरिक्त समय से लेकर ऑब्जेक्टिव प्रश्नों का स्वरूप भी उसी तरह का होता है। 9वीं की परीक्षा भी बोर्ड स्तर से कराने का निर्णय हुअा है। इससे दसवीं की परीक्षा के लिए स्टूडेंट्स को पहले से ही तैयार किया जा सकेगा।
9वीं रजिस्ट्रेशन – तय स्कूलों के छात्र ही चुन सकेंगे ऐच्छिक विषय
2024 में मैट्रिक परीक्षा देनेवाले स्टूडेंट्स का 9वीं में रजिस्ट्रेशन अब 23 दिसंबर तक होगा। इसके लिए व्यावसायिक शिक्षा के तहत ऐच्छिक विषय के रूप में 8 विषय शामिल किए गए हैं। ऐसे में अॉनलाइन रजिस्ट्रेशन के क्रम में सिर्फ उन्हीं स्कूलों के स्टूडेंट्स इन विषयों का चयन करेंगे जहां सुरक्षा, ब्यूटीशियन, टूरिज्म, अॉटोमोबाइल, रिटेल मैनेजमेंट, इलेक्ट्रॉनिक्स-हार्डवेयर, ब्यूटी एंड वेलनेस, टेलीकॉम और आईटी की पढ़ाई हो रही है। जिन स्कूलों में इन विषयों की पढ़ाई नहीं हो रही है वहां के स्टूडेंट्स अॉनलाइन रजिस्ट्रेशन के क्रम में इन ऐच्छिक विषयों का चयन नहीं कर पाएंगे।
स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन फॉर्म के 16वें नंबर में आधार कार्ड का नंबर डालना है। अगर किसी स्टूडेंट का आधार अब तक नहीं बना है तो उसे इस आशय का शपथ पत्र देना होगा। इसे लेकर बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने गाइडलाइन जारी किया है। डीईओ अजय कुमार ने बताया कि 9वीं में पढ़नेवाले स्टूडेंट्स का अॉनलाइन रजिस्ट्रेशन विद्यालय प्रधान काे करना है।
छद्म या बेनामी रजिस्ट्रेशन हुआ तो एचएम पर कार्रवाई
9वीं में छद्म या बेनामी नाम से किए गए रजिस्ट्रेशन को दसवीं में कई मौकों पर पकड़ा गया है। ऐसे में बोर्ड ने स्पष्ट कर दिया है कि अगर स्टूडेंट्स या उसके माता-पिता के नाम के स्थान पर ए,बी,सी या अन्य कोई अंग्रेजी वर्णमाला का अक्षर या छद्म नाम का इस्तेमाल किया जाता है और यह करतूत बोर्ड की ओर से पकड़ी जाती है संबंधित एचएम पर कार्रवाई होगी। दूसरी ओर छात्र-छात्राओं की ओर से भरे गए पंजीयन पत्र की जांच करने के बाद ही इसे बोर्ड के पोर्टल पर अपलोड किया जाएगा। दूसरी तरफ इसकी एक प्रति विद्यालय में सुरक्षित रखी जाएगी।