मुजफ्फरपुर कोर्ट में ई-सेवा केंद्र शुरू, अब घर बैठे ले सकेंगे केस की जानकारी, ई-फाइलिंग की मिलेगी सुविधा
मुजफ्फरपुर कोर्ट में ई-सेवा केंद्र शुरू हो गया है. अब घर बैठे केस-मुकदमे की जानकारी ले सकेंगे. एप से न्यायिक आदेश, निर्णय की जानकारी, जेल में बंद कैदी से मुलाकात के लिए ई मुलाकात की बुकिंग आदि की सुविधा होगी.
मुजफ्फरपुर में आप घर बैठे अपने केस-मुकदमे की जानकारी ले सकते हैं. कोर्ट कैंपस में ई सेवा केंद्र का ऑनलाइन उद्दघाटन सुप्रीम कोर्ट के न्यायमूर्ति एमआर साह ने पटना हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश संजय करोल की उपस्थिति में किया. इस दौरान व्यवहार न्यायालय में बने केंद्र पर जिला जज मनोज कुमार सिंह, प्रिंसिपल जज अली अहमद, एडीजे पुनीत गर्ग, केपी राणा, नोडल पदाधिकारी संदी कुमार सिंह मौजूद थे. इस केंद्र से आप अपने केस की स्थिति, सुनवाई की अगली तिथि, अन्य विवरण व जांच संबधित जानकारी ले सकते हैं. वहीं ई स्टांप व ई भुगतान के लिए कोर्ट के मोबाइल एप को डाउनलोड करना होगा. एप से न्यायिक आदेश, निर्णय की जानकारी, जेल में बंद कैदी से मुलाकात के लिए ई मुलाकात की बुकिंग आदि की सुविधा होगी. इसके साथ ही जिला विधिक सेवा प्राधिकार से निशुल्क विधि सेवाओं का लाभ उठाने की जानकारी मिलेगी.
ई-फाइलिंग की भी मिलेगी सुविधा
कोरोना काल में आयी समस्याओं को लेकर ई सेवा केंद्र की शुरुआत की गयी है. यहां पर ई फाइलिंग की सुविधा भी होगी. इस उदेश्य तकनीक के माध्यम से न्यायिक प्रक्रिया का निपटारा करने पर जोर देना है. इसी उदेश्य को ध्यान में रखकर ई-सेवा केंद्रों की स्थापना देशभर में की जा रही है. इसके पहले पटना हाईकोर्ट, पटना सिविल कोर्ट और मसौढ़ी पंचायत के लखनौर गांव में ई-सेवा केंद्र की शुरुआत हो चुकी है. इस सेवा केंद्र को हर जिले में शुरूआत करने की भी योजना है.
कोर्ट ने दी दस वर्ष की सजा
मुजफ्फरपुर में सात साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म के प्रयास मामले की सुनवाई कर रहीं पॉक्सो कोर्ट की विशेष न्यायाधीश सरोज कुमारी ने दोषी पाते हुए अहियापुर थाना क्षेत्र के नागेंद्र पासवान को दस वर्ष का सश्रम कारवास एवं 18 हजार रुपये अर्थदंड की सजा सुनायी है. स्पेशल पीपी नागेंद्र कुमार ने बताया कि इस मामले में छह गवाहों की गवाही करायी गयी थी. दुष्कर्मी के घर के सामने खेल रही बच्ची से साथ दुष्कर्म किया था.