जल संकट:कंपनीबाग में सड़क धंसने की आशंका से शहर के 55 हजार घरों में पीने के पानी की सप्लाई बंद
स्मार्ट सिटी प्राेजेक्ट से कंपनीबाग राेड में सिवरेज लाइन बिछाने के दाैरान पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हाेने की वजह से कंपनीबाग इलाके में पानी के लिए हाहाकार की स्थिति बन गई है। याेगियामठ व गुजराती बस्ती के लाेगाें ने पानी का जार खरीद कर अपनी प्यास बुझाई। पाइपलाइन दुरुस्त करने के दाैरान कंपनीबाग चाैक व कमिश्नरी गेट के पास शुक्रवार की शाम सड़क धंसने लगी।
हादसे की आशंका काे देखते हुए पूरे शहर में पानी की आपूर्ति बंद कर दी गई है। निगम के 30 पंप से 55 हजार घराें में निगम के पानी की सप्लाई शुक्रवार की शाम से रात तक बंद है। पूरे शहर में पानी की सप्लाई बंद हाेने से पीने के पानी के लिए लाेग तरस रहे हैं। निगम का कहना है कि हादसे की आशंका काे लेकर यह कदम उठाया गया है। पाइपलाइन दुरुस्त हाेने पर पानी सप्लार्ई चालू कर दी जाएगी।
स्मार्ट सिटी प्राेजेक्ट के तहत पिछले चार दिनाें से कंपनीबाग-हाॅस्पीटल राेड में सड़क काे बंद कर दिया गया है। गुरुवार की सुबह में कंपनीबाग में राेड ताेड़ते समय निगम का मेन पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हाे गया। इसकी वजह से कंपनीबाग, याेगियामठ, गुजराती बस्ती, सरैयागंज इलाके में पानी की आपूर्ति नहीं हुई। गुरुवार की सुबह से शुक्रवार की देर रात तक इस इलाके में पानी की सप्लार्ई बंद रहने से लाेग बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते रहे।
बढ़ी परेशानी : बाल्टी और गैलन लिए पीने के पानी की तलाश में भटकते रहे कई इलाकों के निवासी
यह वह इलाका है, जहां सबसे ज्यादा स्लम बस्ती है। याेगियामठ बस्ती में इक्के-दुक्के काे छाेड़ कर किसी के पास अपना बाेरिंग नहीं है। गुजराती बस्ती में ताे शुक्रवार काे इमलीचट्टी सरकारी बस स्टैंड के चापाकल से बाल्टी व गैलन में कई लाेग पानी लेकर पहुंचे। याेगियामठ निवासी राजीव सत्यम नाराजगी जताते हुए कहते हैं कि निगम प्रशासन काे टैंकर से पर्याप्त पानी की आपूर्ति करना चाहिए। स्लम बस्ती में बाकी जगह की तरह घर-घर बाेरिंग नहीं है। इसी तरह की शिकायत बाकी लाेगाें की भी है।
मिट्टी धंसने पर निगम ने एहतियातन लिया फैसला
आठ माह पहले सिकंदरपुर में सिवरेज पाइन बिछाने के दाैरान पाइप फूट गया। सिवरेज लाइन बिछाने के लिए गढ्ढे में उतरा मजदूर पाइप काे दुरुस्त कर रहा था। तब तक गढ्ढा में देखते ही देखते पानी भर गया। बगल से मिट्टी धंस गई। इसकी वजह से सीतामढ़ी के मजदूर की माैत हाे गई थी। कंपनीबाग में भी मेन पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हाेने के बाद शुक्रवार काे ठीक करने का प्रयास किया गया। लेकिन बाकी इलाके के पाइपलाइन से गढ्ढा में पानी भर गया।
मिट्टी धंसना जब शुरू हुआ ताे स्मार्ट सिटी ने त्राहिमाम संदेश निगम प्रशासन काे दिया। पाइपलाइन इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह भागे-भागे माैके पर पहुंचे। हादसे की आशंका काे लेकर एहतियातन निगम प्रशासन ने शुक्रवार की शाम अपने सभी 30 पंप काे बंद करने का फैसला लिया। निगम अधिकारी का कहना है कि पाइपलाइन ठीक हाेने के बाद पानी की सप्लाई चालू हाेगी।