प्राइवेट एम्बुलेंस और मेडिकल कॉलेज के
स्टाफ के बीच की लड़ाई में जलता रहा शहर..
कई बेवस लाचार लोग घायल हुए..
मुजफ्फरपुर एसकेएमसी एच परिसर बना रणक्षेत्र
Its our Muzaffarpur, No Administration, All laws are in public hands?
मुजफ्फरपुर 21अप्रैल जुनिपर डाक्टरों और एम्बुलेंस कर्मियों के बीच हिंसक झड़प हुई। आधा दर्जन गाड़ीयो को फूका व पचासों गाडियों को क्षतिग्रस्त किया।
मामला मुजफ्फरपुर के मेडिकल कॉलेज का है जहाँ कल रात मरीज को नीजी अस्पताल ले जाने की कोशिश मे जुनीयर डाक्टर और मरीज परिजनों के बीच झंझट हो गया। मरीज के परिजनों के समर्थन व नीजी एम्बुलेंस चालक एक हो गये। कल देर रात की इस घटना ने सुबह हिंसक रूप ले लिया। एक ओर मैडिकल कॉलेज के छात्रों का हूजूम तो दूसरी ओर स्थानिय एम्बुलेंस चालक और अगल बगल के गांव वाले।
दोनो गुटों ने एक दूसरे को दौडा -दौडा कर पीटा। सुबह होते ही एस के एम सी एच का मेनगेट रणक्षेत्र मे बदल गया। कभी छात्रों का हूजूम भाड़ी पडता तो वे ग्रामीणों को खदेड़ देते ,कभी ग्रामीणों का हूजूम भाडी पडता तो वे कॉलेज परिसर मे घुसकर छात्रों को पीटने लगते। दोनों ओर से पांच घंटे तक रोडेबाजी और हंगामा चलता रहा ग्रामीणों की भीड़ इतना उग्र हो गया कि कॉलेज के एकेडमिक सेंटर मे घुसकर डाक्टर के मोटरसाइकिल को जला दिया गया। डाक्टरों के कारों के सीशे तोड़ दिये गये।इस बीच डाक्टर ,मरीज और परिजनों ने ग्रील के अंदर खुद को बंद कर अपनी जान बचाई। पांच घंटे तक मेडिकल सेवा रहा ठप। जितनी देर हंगामा चलता रहा मेंडिकल सेवाएं ठप रहीं। मरीज के परिजन दवा लेकर रोते बिलखते रहे पर भय से दवा लेकर अंदर नहीं जा पाये। घटना की सूचना मिलने पर जिलाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ,पुलिस कप्तान विवेक कुमार ,एस पी अभीयान राणा ब्रजेश ,डी एस पी ,एस डी ओ सहित कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच कर लाठी चार्ज कर स्थिति को नियंत्रित किया। जिलाधिकारी धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि स्थिति नियंत्रण मे है।
वाया: गोविन्द राज