17 रेल इंजन चोरी होने का मामला:इंजन चोरी नहीं होने के रेलवे के दावे के बीच खरीदार मनोहर का कोर्ट में सरेंडर
एक तरफ रेलवे बराैनी के गड़हरा यार्ड में खड़े 17 रेल इंजन नहीं चाेरी हाेने का दावा करती रही। दूसरी तरफ, इंजन के पार्ट्स के खरीदार मुजफ्फरपुर के मनाेहर साह ने काेर्ट में सरेंडर कर दिया। मनाेहर के सरेंडर करने की आरपीएफ काे भनक तक नहीं लगी। उसने शनिवार की शाम बराैनी स्थित रेलवे न्यायालय में सरेंडर कर दिया। जहां से उसे न्यायिक हिरासत में मंडल कारा भेज दिया गया। अब मनाेहर काे गिरफ्तार करने में विफल रही आरपीएफ उसे रिमांड पर लेने की तैयारी कर रही है।
साेमवार काे मनाेहर काे रिमांड पर लेकर पूछताछ करने के लिए अर्जी दी जाएगी। मनोहर शाह के आत्मसमर्पण किए जाने की जानकारी मिलते ही आरपीएफ के अधिकारियों में खलबली मच गई। आनन-फानन में आरपीएफ के अधिकारी कोर्ट तक पहुंचे। लेकिन तब तक बाजी उनके हाथ से निकल चुकी थी। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आरपीएफ को मनोहर साह के नेपाल भागने का इनपुट मिला था।
सुस्त कार्यशैली : आरपीएफ को मनोहर के नेपाल भागने का मिला था इनपुट
भनक तक नहीं लगी : मनोहर साह ने शनिवार की शाम बरौनी आरपीएफ पोस्ट से महज 50 कदम की दूरी पर एवं गड़हरा आरपीएफ पोस्ट से महज 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित बरौनी जंक्शन के रेलवे न्यायिक दंडाधिकारी के कार्यालय में सरेंडर कर दिया। लेकिन, आरपीएफ को भनक तक नहीं लगी।
रेलवे का तर्क
इंजन नहीं, बल्कि साढ़े 13 लाख के तांबा तार चोरी हुए
इधर, पूमरे के सीपीआरओ वीरेंद्र कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि कई मीडिया व साेशल मीडिया में रेल इंजन के पार्ट्स चोरी होने की भ्रामक खबरें चल रही हैं। यार्ड में खड़ा इंजन कैसे चाेरी हाे सकता है। यार्ड की बाउंड्री पहले से ही टूटी हुई थी। जिससे चाेर गए और वहां खड़े इंजन से करीब साढ़े 13 लाख के तांबा तार की चाेरी कर ली। घटना के बाद आरपीएफ ने त्वरित कार्रवाई करते हुए eराेपी काे भी गिरफ्तार कर लिया। वहीं चाेराें के निशानदेही पर मुजफ्फरपुर के मनाेहर साह के गाेदाम पर छापेमारी कर चाेरी के करीब 11 लाख के तांबे के तार काे बरामद कर लिया गया।
यह है मामला
दरअसल बरौनी डीजल लोकोमोटिव शेड में खड़ी समस्तीपुर के 16 डीजल इंजन के कीमती पार्ट्स चोरी होने के मामले में गिरफ्तार गुड्डू निषाद की निशानदेही पर आरपीएफ ने कबाड़खाना संचालक सनी कुमार सिंह एवं मुकेश उर्फ सटलबा को गिरफ्तार किया था। दोनों ने पूछताछ में इंजन के कीमती पार्ट्स मुजफ्फरपुर के मनोहर साह को बेचने की बात बताई थी। जिसके बाद बरौनी आरपीएफ, रेलवे विजिलेंस एवं सीआईवी की संयुक्त टीम ने 17 नवंबर की शाम मनोहर साह के शहर के भगवानपुर प्रभात नगर स्थित मकान में छापेमारी की थी। यहां से लाखों रुपए के रेलवे इंजन से चोरी तांबे का तार व अन्य कीमती पार्ट्स मिले थे। लेकिन, मनोहर साह मौके से फरार हो गया था।