CM नीतीश कुमार ने जाति बंधनों को तोड़ शादी करने वाले जोड़े को दिया आशीर्वाद

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CM नीतीश कुमार ने जाति बंधनों को तोड़ शादी करने वाले जोड़े को दिया आशीर्वाद

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने समाज सुधार अभियान में जगहजगह जाकर लोगों से समाज में फैली कुरीतियों को मिलजुल कर ख़त्म करने की अपील कर रहे हैं. सीएम नीतीश के समाज सुधार अभियान की असली तस्वीर जमुई में देखने को मिली जब उन्होंने अंतरजातीय विवाह करने वाले नवदंपति को मंच पर सबसे सामने अपना आशीर्वाद दिया और उपहारस्वरूप उन्हें एक लाख रुपये का चेक सौंपा.

दरअसल बुधवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार  मंच पर पहुंचे तो कार्यक्रम के आयोजक एक नवविवाहित जोड़े राहुल कुमार मांझी और बबीता पासवान को लेकर मंच पर पहुंच गए. विवाहित जोड़ा बिल्कुल उसी तरह से मंच पर पहुंचा जैसे कोई जोड़ा शादी के वक़्त होता है. पति-पत्नी दोनों ने मुख्यमंत्री के पैर छुए तो नीतीश कुमार ने उन्हें ढेर सारा आशीर्वाद दिया. उन्होंने मंच  पर नवविवाहित जोड़े के साथ फोटो भी खिंचवाया.

 अंतरजातीय शादी के लिए नवविवाहिति जोड़े को मंच पर बुलाकर दिया आशीर्वाद

सीएम नीतीश कुमार ने मंच से नवविवाहित जोड़े को एक लाख रुपया देने की घोषणा की और लगे हाथों एक लाख का चेक उन्हें दे दिया जिसे पा कर शादीशुदा जोड़ा काफी खुश हुआ. दरअसल मुख्यमंत्री के नवविवाहित जोड़े को एक लाख रुपया का चेक देने की बड़ी वजह भी है. एकदूसरे से काफी प्यार करने वाले राहुल कुमार  मांझी और बबीता पासवान के घरवाले उनकी शादी के लिए तैयार नही थे. लेकिन दोनों का प्यार परवान चढ़ता गया और आख़िरकार वो शादी के बंधन में बंध गए. नीतीश कुमार ने   अंतरजातीय विवाह को बढ़ावा देने की घोषणा कर रखी है. ऐसे में जमुई में जब यह जोड़ा अंतरजातीय शादी कर मंच पर पहुंचा तो सीएम नीतीश ने न सिर्फ उनकी तारीफ की बल्कि एक लाख की राशि देकर लोगों से अंतरजातीय शादी को बढ़ावा देने की अपील की. मुख्यमंत्री के हाथों सम्मान पा कर दोनों पति-पत्नी बेहद खुश और उत्साहित दिखे.

मुख्यमंत्री ने बधाई दी और 1 लाख रुपये का चेक दिया

वहीं, राहुल कुमार मांझी ने कहा कि जब उन्हें ख़बर मिली कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनसे मिलना चाहते हैं तो वो शुरू में घबराए. लेकिन, फिर लगा की मुख्यमंत्री से मिलना हर किसी का सपना होता है तो हम लोग कार्यक्रम में पहुंचे, और जब मंच से नीतीश कुमार ने अंतरजातीय शादी करने पर बधाई दी और आशीर्वाद दिया तो लगा मैंने सही कदम उठाया था. फिर जब मुख्यमंत्री के हाथों एक लाख रुपये का चेक मिला तो और भी हिम्मत बढ़ी. मैं लोगों से यह अपील करता हूं कि जब बच्चे बालिग हो जाएं और यदि वो अपनी मर्जी से शादी करना चाहें तो उन्हें शादी करने की इजाजत देनी चाहिए.

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