एसकेजे लॉ कॉलेज में शुक्रवार को बिहार के पहले मुख्यमंत्री श्रीकृष्ण सिंह की जयंती मनाई गई। उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें याद किया गया। मुख्य अतिथि बीआरए बिहार विवि की सीसीडसी प्रो. अमिता शर्मा ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह सच्चे अर्थों में आधुनिक बिहार के निर्माता थे। विशिष्ठ अतिथि राम कृष्ण ठाकुर ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। कॉलेज के निदेशक जयंत कुमार ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह ने आजादी से पहले ही बिहार के विकास की रूपरेखा तय कर ली थी। प्राचार्य डॉ. केकेएन तिवारी ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह महान समाजसेवी थे। मौके पर कॉलेज के अध्यक्ष एसके मिश्रा और सचिव उज्ज्वला मिश्रा मौजूद थीं।
श्रीबाबू ने निर्भीकता और साहस के साथ किया हर काम :
एसकेएमसीएच परिसर में भूमिहार-ब्राह्मण एकता मंच ने श्रीबाबू की जयंती मनाई। मुख्य अतिथि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक कुमार थे। मौके पर बोचहां विधायक अमर पासवान ने कहा कि श्रीकृष्ण सिंह ने साहस और निर्भीकता के साथ हर काम किया। राष्ट्रीय जन-जन पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष ने कहा कि श्रीबाबू की जयंती 21 अक्टूबर और पुण्यतिथि 31 जनवरी को सरकारी अवकाश घोषित किया जाए। मौके पर एसकेएमसीएच के प्राचार्य प्रो. विकास कुमार, अधीक्षक डॉ. बाबू साहब झा, अमित कुमार मुनमुन, संजीव कुमार शर्मा, शशि रंजन कुमार, संतोष कुमार, बब्लू सिंह, सुभाष कुमार पप्पू, प्रभाकर कुमार, राकेश कुमार बब्लू आदि थे। वहीं, राष्ट्रीय भूमिहार-ब्राह्मण परिषद् ने भी एसकेएमसीएच में कार्यक्रम किया। मौके पर परिषद के राष्ट्रीय सचिव केशव कुमार मिंटू, मनीष बसंत शाही, सुरेन्द्र ठाकुर, विकास कुमार दुल्लू, राजीव कुमार, दीपक कुमार, मो़ आरजू, राजवर्धन, प्रभात कुमार, अमोद कुमार, सुनील कुमार, अमित विक्रम, कौशल किशोर शाही, पंकज कुमार शाही, वेद प्रकाश आदि थे।