Human trafficking : मुजफ्फरपुर में पुलिस के सह पर मानव तस्करी हो रही हैं! 

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बड़ी खबर-बड़ी खुलासा: मुजफ्फरपुर के बच्चे कहाँ हो रहे हैं गायब, क्या मुजफ्फरपुर में हो रही हैं मानव तस्करी।
जी हाँ, शहर से लगातार बच्चो के गायब होने की आ रही ख़बरों को देखते हुए जब हमने पड़ताल शुरू की तो हमे जानकारी मिली की हाल में गायब हुई एक ही घर की दो नाबालिक लड़कियों को बरामद किया गया हैं। हमने जब पड़ताल बढ़ाई तो ज्ञात हुआ 13.05.2017 को बैरिया से ही स्थानीय निवासी ललन पांडेय की पुत्री ज्योति कुमारी, उम्र 15 वर्ष व पोती निभा कुमारी, उम्र 9 वर्ष का किसी अज्ञात लोगों ने अपहरण कर लिया था। पूछताछ करने पर ललन पांडेय ने बताया कि अपहरण होने के बाद अहियापुर थाना में शिकायत दर्ज करने के साथ साथ मुजफ्फरपुर एसएसपी के साथ साथ आई.जी को भी इसकी सूचना दी। परंतु प्रशासन का इस पुरे मामले में बड़ा ही संदेहपद भूमिका रही। शुरू में ना तो पुलिस ने कोई करवाई की, ना ही किसी प्रकार को मदद हाँ आई.जी द्वारा आश्वासन जरूर मिलता रहा। किन्तु ललन पांडेय व उनके परिवार वालों ने हार नही माना और व्यक्तिगत तौर पर प्रयास करते रहें। खुद से की गयी छानबीन में ललन पांडेय को अपने पड़ोसियों पर ही संदेह हुआ और शक के बुनियाद पर अहियापुर थाने को अपने पड़ोसी विपिन कुमार, पंकज कुमार और एक महिला सरिता देवी का नाम बताते हुए छानबीन करने का गुहार लगाया।

पुलिस छानबीन में  इक्कठे हुए सबूतों को आधार पर बच्चियों को तलासने आसाम जाने की योजना बना ही रही थी की तभी ललन पांडेय को महाराष्ट्र के एक नंबर से एक अज्ञात का कॉल आया और उन्हें जानकारी दी गयी की उनकी बच्ची मुम्बई से थोड़े दूर किसी के शिकंजे में हैं कॉल करने वाला उस मकान का मालिक था जहाँ बच्चियों को रखा गया था, और उसने कहा की वो 1 दिन तक बच्चियों को सुरक्षित रख सकता हैं। आनन फानन में परिवार के कुछ सदस्यों को वहां भेज लड़कियो को सुरक्षित अपने कब्ज़े में ले लिया गया। परंतु उसके बाद जो हुआ यह प्रशासन के लिए और एक बड़ी चुनौती थी- आरोपियों को गिरफ्तार करना.. अब तक की हुई वारदात से और वहां की स्तिथि को देखते हुए यह स्पष्ठ हो चूका था कि यह मानव तस्करी का एक संगीन मामला हैं। एक साथ एक ही परिवार की दो नाबालिक लड़कियों का अपहरण और उसके बाद ना तो कोई फिरौती और ना किसी प्रकार की मांग सवाल तो बड़े खड़ा कर रही थी पर मामले को पूरी तरह से जानने के बाद यह समझ आ चुका था कि मामला मानव तस्करी से जुड़ा हैं मतलब बच्चो को बेच देना और उससे बड़ी रकम हासिल करना।

बरहाल दोनों ही बच्चियों को सुरक्षित मुजफ्फरपुर लाने के बाद जब धारा 164 सीआरपीसी के तहत बयान लिया गया गया तो दोनों की बच्चियों ने बयान में सरिता देवी, सोनू, पंकज और विपिन का नाम लेते हुए उन सभी पर अपहरण करने का आरोप लगाया। परंतु उसके बावजूद भी पुलिस की नज़र के सामने आजाद घूम रहे इन अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया जा रहा, मामले की पूरी छानबीन व गवाहों की माने तो इन सभी आरोपियों की प्रशासनिक पकड़ मजबूत हैं और शायद यही कारण हैं एसएसपी सहित कोई भी अधिकारी इन पर कोई करवाई नहीं कर रही।

तो यह एक बड़ी सवाल भी हैं कि क्या #मुजफ्फरपुर_में_पुलिस_के_सह_पर_मानव_तस्करी_हो_रही_हैं।
इस पोस्ट का बस इतना उद्देश्य हैं कि एक बेटी नवरुणा भी थी, जिसे पुलिस के नाकामी की वजह से हमने खो दिया। आज भी मुजफ्फरपुर से लगातार कई बच्चो के अचनाक लापता होने की खबरें आती रहती हैं।
ईश्वर साथ था और माँ-बाप ने हार नही मानी तो आज ज्योति और निभा सुरक्षित घर वापस आ गयी पर ऐसी स्तिथि आपके और हमारे परिवार के साथ न हो इस लिए सजग तो खुद रहना होगा।

#इस_पोस्ट_के_साथ_दोनों_बच्चियों_के_बयान_नीचे_साझा_किए_जा_रहे_हैं।पोस्ट शेयर जरूर करें।Source – #MuzaffarpurSmartCityClub/ Lokesh Pushkar

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